छत्तीसगढ़

2023 में बिंद्रानवागढ़ से कांग्रेस का विधायक जीतकर विधानसभा पहुंचेगा- भोला जगत

2023 में बिंद्रा नवागढ़ को कांग्रेस करेगी फतह‌ः- भोला जगत इतेश सोनी गरियाबंद मैनपुर । मैनपुर ब्लॉक कांग्रेस कमेटी के...

गुरूर के वनांचल क्षेत्र रूपूटोला में 15 जनवरी से चार दिवसीय क्रिकेट प्रतियोगिता होगा आरंभ..

बालोद. गुरूर.. चार दिवसीय टेनिस बाल क्रिकेट प्रतियोगिता ग्राम हितेकसा ( रूपुटोला)दिनाँक 15 जनवरी 2021 से 18 जनवरी 2021 तक...

राष्ट्रीय सेवा योजना अरमरी कला विद्यालय में हुई एक दिवसीय कार्यशाला..

बालोद.. राष्ट्रीय सेवा योजना की इकाई शासकीय उच्च.माध्यमिक विद्यालय अरमरीकला जिला बालोद में दिनांक 09/01/21को दिन शनिवार को कार्यशाला का...

स्वामी विवेकानंद जी की जयंती पर हुआ आनलाईन गोष्ठी

बालोद.. जिले के गुरूर ब्लाक के माध्यमिक शाला कनेरी में विवेकानंद जयंती पर हुआ ऑनलाइन गोष्ठी एवं ऑनलाइन क्वीज काf...

कलेक्टर निलेश क्षीरसागर को अचानक अपने बीच पाकर ग्रामीण हो गये गदगद – इतेश सोनी गरियाबंद

मीलो पैदल चल गरियाबंद कलेक्टर निलेश क्षीरसागर एंव डीएफओं मंयक अग्रवाल ग्रामीणाें की समस्याओं को सुने इतेश सोनी गरियाबंद ।...

मक्का खरीदी का आज टोकन काटकर किया गया शुभारंभ – इतेश सोनी गरियाबंद

1850 समर्थन मूल्य पर किसान बेच पायेंगें मक्का - एसडीएम इतेश सोनी गरियाबंद। मैनपुर:- आदिवासी विकासखंड मैनपुर के अंतर्गत सहकारी...

स्वामी विवेकानंद जयंती पर राष्ट्रिय युवा दिवस मनाते जावंगा में किया गया कार्यक्रम…

गीदम/दंतेवाड़ा:-भारत देश के युवा प्रतीक स्वामी विवेकानंद की 158 वीं जयंती अवसर पर 36 वीं राष्ट्रीय युवा दिवस 12 जनवरी...

राष्ट्रीय युवा दिवस पर स्वयं सेवकों का सम्मान

बालोद–शासकीय महाविद्यालय गुरुर में 12 जनवरी 2021 को विवेकानंद जी के 158 वीं जयंती पर राष्ट्रीय युवा दिवस कार्यक्रम का...

पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा के कर कमलों से हुआ गौठान का भूमि पूजन.. ग्रामीणों मे भारी खुशी. हर्षोल्लास के साथ किया कार्यक्रम..

बालोद…बालोद विधान सभा के पूर्व विधायक भैया राम सिन्हा. राज्य सरकार के महत्त्वाकांक्षी योजना नरवा गारूवा घूरवा के अंतर्गत ग्राम...

जनपद पंचायत छुरा,मुख्य कार्यपालन अधिकारी द्वारा प्रताड़ना , सरपंचों ने विधायक से की स्थान्तरण की मांग

पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द गरियाबंद जिले के जनपदं पंचायत छुरा के मुख्य कार्यपालन अधिकारी रुचि शर्मा द्वारा को दुरब्यहार...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।