शिवशंकर सोनपिपरे

31 दिसंबर की रात को पुलिस की बार, रेस्टोंरेंट और होटलों पर नजर रहेगी, इवेंट के लिए अनुमति जरूरी होगी

 इंदौर नए वर्ष पर जश्न मनाने वालों को पुलिस ने चेताया है। नाच-गाना और शराब पार्टी के लिए पुलिस ने...

बेंजामिन नेतन्याहू की पत्नी मुसीबत में फंसी ! इजरायल की अटॉर्नी जनरल ने दिए जांच के आदेश

तेलअवीव  इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू की पत्नी सारा नेतन्याहू के खिलाफ जांच के आदेश दिए गए हैं. इजरायल की...

सिवनी में प्रस्तावित कार्यक्रम स्थगित

भोपाल प्रधानमंत्री  नरेन्द्र मोदी का सिवनी में 27 दिसम्बर को वीसी के माध्यम से होने वाला पी.एम. स्वामित्व योजना अंतर्गत...

सौरभ शर्मा के घर और दफ्तर पर ED टीम की दबिश, मेटल डिटेक्टर लेकर पहुंची टीम

भोपाल मध्य प्रदेश परिवहन विभाग के पूर्व सिपाही सौरभ शर्मा मामले में शुक्रवार को बड़ा अपडेट सामने आया है. प्रवर्तन...

मध्य प्रदेश बोर्ड के 11वीं के विद्यार्थी कठिन लगने वाले विषय को 12वीं में नहीं बदल सकते

भोपाल  मध्य प्रदेश बोर्ड 12वीं के विद्यार्थी 31 दिसंबर तक त्रुटि सुधार के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसके लिए...

डबरा में फिर एटीएम लूट की वारदात, कैमरों पर किया ब्लैक स्प्रे फिर निकाल लिया कैश

ग्वालियर ग्वालियर शहर में एक बार फिर एटीएम में लूट की वारदात हुई है। गुरुवार-शुक्रवार दरमियानी कार सवार बदमाश आनंद...

सीएम साय ने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर जताया शोक

रायपुर पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने शोक व्यक्त किया है. इसके साथ...

डेब्यू टेस्ट में पहली ही गेंद पर विकेट लेकर कॉर्बिन बॉश ने रचा इतिहास, पाक को पिलाया पानी

नईदिल्ली  दक्षिण अफ्रीका की ओर से डेब्यू करने वाले कॉर्बिन बॉश ने अपनी पहली ही गेंद पर पाकिस्तानी कप्तान शान...

पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर उप मुख्यमंत्री शुक्ल ने व्यक्त किया शोक

भोपाल उप मुख्यमंत्री राजेन्द्र शुक्ल ने प्रख्यात अर्थशास्त्री, भारत के पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहन शोक...

भाजपा संगठन की आज होगी महत्वपूर्ण बैठक, रायपुर पहुंचे भाजपा प्रदेश प्रभारी नितिन नबीन

रायपुर भाजपा संगठन की आज महत्वपूर्ण बैठक होगी. बीजेपी स्वच्छ रूप से सभी को मौका देती है. बीजेपी का यह...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।