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मुख्यमंत्री चौहान ने सामाजिक कार्यकर्ताओं के साथ किया पौध-रोपण

भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने स्मार्ट उद्यान में गुलमोहर, सारिका इंडिका और मीना के पौधे रोपे। मुख्यमंत्री चौहान के...

साँची सोलर सिटी कम करेगी लगभग 1400 टन कार्बन उत्सर्जन

भोपाल सम्राट अशोक द्वारा बनवाये गये प्रथम स्तूप से देश-विदेश में विख्यात भोपाल से 46 किलोमीटर दूर स्थित साँची शहर...

न्यायालय ने अनुच्छेद 370 के निरस्तीकरण के खिलाफ दलीलें रखने वाले व्याख्याता के निलंबन पर सवाल उठाए

नई दिल्ली उच्चतम न्यायालय ने अटॉर्नी जनरल आर वेंकटरमणी और सॉलिसिटर जनरल तुषार मेहता से जम्मू कश्मीर के शिक्षा विभाग...

धमतरी में सुरक्षाबलों ने एक नक्सली को मुठभेड़ में मार गिराया

धमतरी धमतरी में रविवार को जवानों ने मुठभेड़ में एक नक्सली को मार गिराया। जवानों ने मौके से उसका शव...

नूंह में हिन्दू संगठनों की यात्रा को लेकर सिरसा में पुलिस Alert मोड पर- स्कूल, कॉलेज की छुट्टी​​​​​​​

सिरसा हरियाणा के मुस्लिम बहुल क्षेत्र नूंह में हरियाणा सरकार द्वारा अनुमति न देने के बावजूद हिंदू संगठनों की ओर...

Sawan 2023 का आंठवा सोमवार, भक्त कर रहे भगवान महाकाल के दर्शन

उज्जैन आंठवा सोमवार पर भगवान भोलेनाथ के भक्तों में हर्षोल्लास है, जहां भक्त भगवान भोलेनाथ की मंदिर पहुंचकर पूजन अर्चन...

नीरज चोपड़ा के विश्व चैंपियन बनने पर आए रिएक्शन- ‘फेंको तो ऐसे फेंको की 4 लोग बोले क्या फेंकता है यार’

नई दिल्ली भारत के भाला फेंक खिलाड़ी नीरज चोपड़ा ने रविवार की रात इतिहास रचने का काम किया। उन्होंने बुडापेस्ट...

अमित शाह आज करेंगे पश्चिमी क्षेत्रीय परिषद की 26वींबैठक, यौन अपराध और दुष्कर्म जैसे मामलों पर होगी चर्चा

नई दिल्ली केंद्रीय गृह एवं सहकारिता मंत्री अमित शाह सोमवार को गांधीनगर में पश्चिमी क्षेत्रीय परिषद की 26वीं बैठक की...

सूर्य के कितने करीब पहुंचेगा Aditya L1, खोलेगा ये बड़े राज; नए रिकॉर्ड की ओर ISRO

नई दिल्ली चंद्रयान-3 मिशन की सफलता के बाद अब भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) अगले महीने के प्रारंभ में ‘सूर्य...

छात्रों के सुसाइड मामलों ने बढ़ाई टेंशन, राजस्थान सरकार ने कोटा के कोचिंग सेंटरों में टेस्ट लेने पर लगाई रोक

नई दिल्ली   'सुसाइड सिटी' बने कोटा में आत्महत्या करने वाले छात्रों की मौत का आंकड़ा दिन-प्रतिदिन चिंताजनक रूप से...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।