मैनपुर – देवभोग नेशनल हाईवे के गड्ढो में बना भारत का नक्शा, कब सुधरेगी सड़क की हालत – (तीव कुमार सोनी – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज )
मैनपुर – देवभोग नेशनल हाईवे के गड्ढो में बना भारत का नक्शा, कब सुधरेगी सड़क की हालत – (तीव कुमार सोनी – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज )
मैनपुर । मैंनपुर-देवभोग मार्ग की हालत काफी खराब हो गई है। इस मार्ग पर सैकड़ों जानलेवा गड्ढे हैं जिसके चलते लोगों को काफी परेशानी का सामना करना पड़ता है। साथ ही दुर्घटना की आशंका भी बनी रहती है। विभाग ने सड़क मरम्मत काम शुरू किया था लेकिन यह काम अब तक पूरा नहीं हो पाया है । बारिस में सड़क की स्थिति और ज्यादा खराब हो गई है । इंदागांव से बुडगेलटप्पा तक सड़क की हालत कुछ ज्यादा ही खराब है , उसी स्थान पर गड्ढा में भारत का नक्शा बन गया है ।
केवल नाम का है नेशनल हाईवे 130 c
ज्ञात हो कि साल भर पहले इस मार्ग पर धुरूवागुड़ी के आगे बुढगेलटप्पा में विभाग ने सड़क की पक्की मरम्मत का काम शुरू किया था लेकिन यह कार्य अभी तक पूरा नहीं हो पाया है। धुरूवागुड़ी से ओड़िशा सीमा तक 40 किमी के मुख्य मार्ग पर वर्तमान में सैकड़ों गड्ढे हैं। इस सड़क पर अब विभाग ने मरम्मत करना बंद कर दिया है। इस मार्ग को एनएच 130 सी के नाम से केन्द्र सरकार ने घोषित किया था लेकिन एनएच विभाग ने सड़क के स्टीमेट व दिल्ली से राशि स्वीकृत होने का हवाला देकर सड़क को लोनिवि से हस्तांतरण नहीं लिया है। आलम यह है कि इस सड़क पर पक्की मरम्मत के नाम पर लोनिवि के किसी भी मद में रुपए नहीं है। लिहाजा विभाग के कर्मियों द्वारा प-ी सड़क पर मिटटी-मुरूम डालकर केवल काम चलाउ मरम्मत कराई जा रही है।
लाइफ लाइन वेंटीलेटर पर
इलाके की सारी आर्थिक व्यवस्था राजधानी व जिले को जोड़ने वाली इसी मुख्य मार्ग पर निर्भर है। बीमार व जचकी की हालातों पर भी इसी सड़क से लोगों को गुजरना होता है,लेकिन सड़क की जर्जर हालत से सारी व्यवस्था चरमरा गई है। मौजूदा जानलेवा गड्ढे हादसों का सबब बन गया है। खराब रास्तों से वाहन भी खराब हो रहे हैं। जिसके चलते जिले के आला अधिकारी व जिम्मेदार जनप्रतिनिधियों ने भी दौरा कम कर दिया है।
सवारी वाहनों का रूट बदला
मिली जानकारी के मुताबिक देवभोग से रायपुर तक चलने वाली कई बड़ी व लग्जरी बसों की परमिट मालिकों ने ले रखी है लेकिन खराब सड़क के कारण बसों का रास्ता बदलकर बदले में खटारा बसों को दौड़ाया जा रहा है। खराब रास्तों के चलते इस इलाके के मालवाहकों का भाड़ा भी अधिक होता है।
एनएच वालों को विधिवत हस्तांतरण के लिए पत्र लिखा गया था, लेकिन वे एनएच निर्माण के स्टीमेट तैयार होने के बाद हैंडओवर लेने की बात कह रहे हैं। इस मार्ग पर वर्तमान में पक्की निर्माण संभव नहीं है। आगामी दिनों में सड़कों की मरम्मत कराई जाएगी