*परिवर्तन एक शाश्वत सत्य है, लेकिन परिवर्तन कब करें, यही निर्णय ही महत्वपूर्ण है- *डॉ रवि श्रीवास*

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*परिवर्तन एक शाश्वत सत्य है, लेकिन परिवर्तन कब करें, यही निर्णय ही महत्वपूर्ण है- *डॉ रवि श्रीवास*

 

 

अगर परिवर्तन करने की क्षमता है, चाहत है, और उस परिवर्तन से देश, समाज और वर्तमान स्थिति का भला हो रहा है, *लोगों का भविष्य सुधरने जा रहा है, तो जरूर परिवर्तन करें।*

रायपुर दक्षिण के उपचुनाव बहुत ज़्यादा महत्वपूर्ण है, *क्योंकि इस चुनाव से बहुत से कार्यकर्ताओं का, नेताओं का भाग्य और भविष्य बदल सकता है।*

*कल चुनाव है ,कल निश्चय करना है।*
कल का निर्णय, कल का निश्चय आपके भविष्य तय करने जा रहा है।
*
*कल यदि उंगली में कंपन हो तो घबराना नहीं है।बल्कि दृढ़निश्चयी बनना है, अपने अंदर दृदशक्ति पैदा करना है।*

*सिर्फ चुनाव चिन्ह ही तो है,
जो बदल जाता है ।*

*ये सोचना है, कि कल दीपक छाप था, आज कमल छाप है, तो कल और सिर्फ कल ,एक दिन के लिए हांडी छाप हो जायेगा।*

ये *हांडी छाप* ही ,कई लोगों के भाग्य को तय करने वाला है।
यही हांडी छाप कई लोगों के भविष्य को अपने अंदर समाहित करने वाला है।

*कल आपका निर्णय ही अंतिम होगा।*

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*