लक्ष्मी विलास के ग्राहकों की डीबीएस बैंक में विलय होने के बाद से बैंकिंग में परेशानी बढ़ी, मैसेज न आने पर पेनाल्टी… जानिए आरबीआई ने क्या कहा….
हाल ही में हुआ है लक्ष्मी विलास बैंक का डीबीएस बैंक में विलय
रायपुर समेत हजारों ग्राहक है छत्तीसगढ़ से
बैंकिंग प्रोसिंग में गलती का खामियाजा ग्राहकों को पेनाल्टी देकर चुकानी पड़ रही
रायपुर। लक्ष्मी विलास बैंक ग्राहकों की डीबीएस इंडिया बैंक में विलय होने के बाद से परेशानियां लगातार बढ़ रही है, पुराने अकाउंट्स से फंड ट्रांसफर, चेक क्लीयर, आनलाईन केवाईसी संबंधी कई दिक्कतें आ रही है जिसके कारण लोन धारकों को पेनाल्टी तक लगाई जा रही है। जबकि, यह सर्विस प्रोवाईडर यानि बैंक के विलय होने के बाद यह इस तरह की परेशानी आ रही है। छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर की बात करें तो लक्ष्मी विलास बैंक 10 वर्षो से पंडरी में है, जहां लाखों की संख्या में ग्राहक है। यहां सालभर पहले डीबीएस बैंक ने टेकओवर किया, लेकिन सॉफ्टवेयर चेंज नही होने के कारण ग्राहकों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। जैसे, पुराने चेक बुक से भुगतान न होना, एटीएम अपडेशन न होना जैसी अन्य दिक्कतें सालभर बाद भी आ रही है। वहीं, यहां जिनका गोल्ड लोन है और रिनिवल का टाइम आ गया है उनको भी किसी न किसी माध्यम से फोन कॉल या मेसेज प्राप्त नही हो रहा है और बैंक पेनाल्टी लगाकर ग्राहकों को उनके लोन बैलेंस में पेनाल्टी रकम जोड़ रही है। दो बैंकों के विलय में हो रही बैंकिंग प्रोसेसिंग का खामियाजा ग्राहकों को पेनाल्टी लगाकर चुकाना पड़ रहा है।
आपको बता दें कि ग्राहकों को बिना सूचना दिए किसी भी प्रकार की पेनाल्टी नहीं लगाई जा सकती, बावजूद इसके बैंक द्वारा बिना रिमाईंडर नोटिस पंडरी ब्रांच के ग्राहकों से पेनाल्टी रकम लिया जा रहा है। आरबीआई की मानें तो अगर बैंक विलय होने के बाद से ग्राहकों को किसी भी ईएमआई की की जानकारी समय पर न दी जाए तो यह बैंकों की गलती होगी, अगर बिना नोटिस के वह पेनाल्टी आपके लोन अकाउंट्स में एड करती है तो इसकी शिकायत आप आरबीआई में कर सकते हैं। वहीं, इस तरह के मामलों पर डीबीएस बैंक मैनेजर ने बताया कि इस तरह के ग्राहकों से आवेदन लेकर उनकी समस्याएं सुनीं जा रही है और आगे की कार्रवाई की जा रही है, पर एेसे मामलों में बैंक प्रबंधक अपनी गलती नही मान रहे हैं। लक्ष्मी विलास बैंक से हजारों ग्राहक जो अब डीबीएस बैंक के ग्राहक बन गए हैं, उनके साथ एेसा ही हो रहा है। आपको बता दें कि ग्राहकों ने इसकी शिकायत आरबीआई दिल्ली आफिस और रायपुर रिजनल आफिस में की है, जिस पर आरबीआई ने बिना नोटिस जारी किए पेनाल्टी लेने वाले बैंकों पर कार्रवाई करने की बात कहते हुए वसूल किए गए पेनाल्टी की रकम वापसी की बात कही है।