(बाघ-NEWS-02) – उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बाघ का फोटो है फर्जी | इंद्रावती टाईगर रिजर्व के नए बाघ के फोटो को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का बता कर वन विभाग ने फर्जी न्यूज छपवाया |

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रायपुर । गरियाबंद जिले के उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ साबित करने के लिए वन विभाग के अधिकारी कई प्रकार के हथकंडे अपना रहा है पर बाघ साबित नहीं कर पा रहे है | अब वन विभाग के अधिकारियों ने उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ साबित करने के लिए इंद्रावती टाईगर रिजर्व के नए बाघ के फोटो को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का बता कर फर्जी न्यूज छपवाया है और भारतीय वन्यजीव संस्थान देहरादुन के अधिकारियों से मिलीभगत कर उसी फर्जी बाघ के फोटो को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का होने के नाम पर बाघ का फर्जी फोटो रिपोर्ट बनाया गया  है |

इंद्रावती टाईगर रिजर्व में 06 बाघ है अभी अक्टूबर में एक नया नर बाघ की फोटो ट्रैप कमरे में कैद हुई थी जिसे आपसी विभागीय मिलीभगत के द्वारा इंद्रावती टाईगर रिजर्व के  नए बाघ के फोटो और मल को उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बाघ के नाम पर फर्जी रिपोर्ट बना लिया गया है और बाकायदा प्रेस विज्ञप्ति जारी कर सभी समाचार पत्रों में फर्जी खबर भी वन विभाग के द्वारा छपवाया गया है | जबकि वास्तविकता यह है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है |

ज्ञात हो की छतीसगढ़ राज्य के गरियाबंद और धमतरी जिलो के जंगल को मिला कर वर्ष 2009 में उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गठन किया गया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के गठन के बाद से आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है क्योकि यहाँ पर कोई भी बाघ नहीं है | वन विभाग ने बाघ के संरक्षण संवर्धन के नाम पर अब तक लगभग 40 करोड़ रुपया खर्च कर चुका है | करोडो खर्च करने के बाद भी आज तक वन विभाग को बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के सीसीएफ राजेश पांडे ने भी पिछले वर्ष अधिकारिक बयान दिया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है उसके बाद भी वन विभाग बाघ साबित करने के लिए कम्प्यूटर में बाघ का फर्जी फोटो बनाता है और बाहर से बाघ का मल ला कर उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में डाला जाता है और फिर बाघ का फोटो और मल होने की झूठी जानकारी शासन को देता आ रहा है |

STSC संरक्षण समिति के प्रदेश अध्यक्ष शिवशंकर सोनापिपरे , क्षेत्रीय आदिवासी कम्युनिस्ट नेता भोज लाल नेताम , वरिष्ठ सम्पादक एवं लेखक प्रवीन देवांगन ने कहा है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है वन विभाग बाघ के नाम पर फर्जी कर आम जनता के साथ अन्याय कर रहा है | हम वन विभाग के फर्जी बाघ और फर्जी वनभैंसा के खिलाफ जल्द ही बड़े आन्दोलन करेंगे |

 

अभी तक तो ऐसी कोई सुचना नहीं आयी है आप बता रहे है तो मैं जानकारी लेता हु |

पी.वी. नरसिंह राव –  पी.सी.सी.एफ. – वन विभाग रायपुर

 

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