उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में बाघ नहीं होने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध | वन विभाग के अधिकारियों ने स्वीकारा नहीं है टाईगर रिजर्व में बाघ | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने 29.10.2020 को भारत सरकार को भेजा था बाघ रिसर्च रिपोर्ट |
रायपुर | प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च के डायरेक्टर और रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने दिनांक 29.10.2020 को भारत सरकार को बाघ रिसर्च रिपोर्ट भेज कर बताया था की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने तीन चरणों में बाघ का रिसर्च कर खुलासा किया था की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | अब वन विभाग के अधिकारियों ने भी स्वीकार कर लिया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है जिससे टाईगर रिजर्व में बाघ नहीं होने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध हो गया है | कई प्रतिष्ठित समाचार पत्रों ने भी प्रमुखता से खाबे प्रकाशित किया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में कोई भी बाघ नहीं है | जिससे टाईगर रिजर्व में बाघ नहीं होने का रिसर्चर तीव कुमार सोनी का रिसर्च सही सिद्ध हुआ है
प्रकृति एवं संस्कृति रिसर्च के डायरेक्टर और रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने अपने रिसर्च में बताया है की उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में आरम्भ से ही कोई भी बाघ नहीं है, इसीलिए उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व में आज तक बाघ का कोई भी पुख्ता प्रमाण नहीं मिल पाया है | बाघ उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व के बाहर के जंगलो में पाया जाता है | उदंती सीतानदी टाईगर रिजर्व का गलत सीमा निर्धारण किया गया है | जिन वन परिक्षेत्रो में बाघ पाये जाते है उन वन परिक्षेत्रो को टाईगर रिजर्व में शामिल ही नहीं किया गया है और जिन वन परिक्षेत्रो में बाघ नहीं पाये जाते है उन वन परीक्षेत्रो को टाईगर रिजर्व में शामिल कर दिया गया है | रिसर्चर तीव कुमार सोनी ने अपने रिसर्च में भारत सरकार को बताया है की बाघ मुख्य रूप से वन मंडल गरियाबंद के मैनपुर,धवलपुर,नवागढ़,छुरा परिक्षेत्र में और उड़ीसा के सोनाबेडा अभ्यारण्य में बाघ है इन स्थानों में 4 से 6 बाघ है |