अंतर्राष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस के अवसर पर विधिक साक्षरता शिविर आयोजित —————————————————-
राष्ट््रीय विधिक सेवा प्राधिकरण, नई दिल्ली व राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण बिलासपुर के निर्देशानुसार जिला विधिक सेवा प्राधिकरण (डालसा) के पदेन अध्यक्ष जिला न्यायाधीश जयदीप विजय निमोणकर के निर्देशन में ’’पैन इंडिया अवेयरनेस आउटरीच आजादी का अमृत महोत्सव’’ अभियान के अंतर्गत अंतर्राष्ट्रीय बालिका शिशु दिवस 11 अक्टूबर, 2021 को मनाया गया। श्रीमती जसविंदर कौर अजमानी मलिक सचिव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बेमेतरा ने बताया कि 11 अक्टूबर, 2021 को इंडियन पब्लिक स्कूल बेमेतरा में शाला के प्राचार्य के सहयोग से हुए कार्यक्रम में बेमेतरा जिला न्यायालय के अपर सत्र न्यायाधीश (पाक्सो) संजय अग्रवाल एवं प्रशिक्षु न्यायाधीश सुश्री निती ने वहां जाकर वहां उपस्थित छात्र-छात्राओं को कानून के विभिन्न विषयों पीड़ित क्षतिपूर्ति योजना, मोटर यान अधिनियम, आबकारी अधिनियम, लैंगिक अपराधों से बालक बालिकाओं का सरंक्षण अधिनियम एवं मौलिक कर्तव्य के बारे में मूलभूत जानकारी प्रदान किया। साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्र वार्ड नंबर बेमेतरा में बेमेतरा जिला न्यायालय के न्यायिक मजिस्टेªट प्रथम श्रेेणी श्रीमती तनु श्री गबेल एवं सुश्री कामिनी वर्मा ने महिला बाल विकास के सहयोग से आयोजित आंगनबाड़ी केन्द्र के कार्यक्रम में वहां उपस्थित लोगेां को कानून के विभिन्न विषयों पर जानकारी दी। बालिका शिशु दिवस के अवसर पर न्यायाधीशगण द्वारा यह बताया गया कि यह दिवस संयुक्त राष्ट्र द्वारा 11 अक्टूबर 2012 को पहली बार अंतर्राष्ट्रीय बालिका दिवस के रूप मे मनाया गया इसका मुख्य उद्देश्य पूरे वश्वि में जेंडर इंक्वालिटि के प्रति लोगों को जागरूक करना है।
भारत के संविधान में भी प्रत्येक लिंग को बिना किसी भेदभाव के समाज के हर क्षेत्र में भागीदारी देने का अधिकार प्राप्त है। पुरूष हो या स्त्री, बालक हो या बालिका उसे समान रूप से शिक्षा, रोजगार आदि प्राप्त करने का अधिकार है।
संवाददाता:- खेलन सोनवानी सर्वोच्च छत्तीसगढ़