छात्र का 4 उंगली बना आधार कार्ड का रोड़ा,आगे की पढ़ाई पर लगा प्रश्न चिन्ह…
रिपोर्ट ;- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता सर्वोच्च छत्तीसगढ़ न्यूज़ देवभोग
गरियाबंद मैनपुर :- मामला गरियाबंद जिले के मैनपुर ब्लॉक के अमलीपदर पंचायत का है, जहां पर एक छात्र को आधार कार्ड के कारण उन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है जिसके कारण उसका भविष्य पर प्रश्न चिन्ह लग गया है,अमलीपदर निवासी विनोद निर्मलकर के हाथ में एक उंगली नहीं होने से उसके लिए अभिशाप बन गया है क्योंकि दाहिने हाथ पर एक उंगली नहीं होने के कारण उसका आधार कार्ड नहीं बन पा रहा है
जिसके कारण उसका ना आधार कार्ड बन पा रहा है ना ही राशन कार्ड में नाम जुड़ पा रहा है। आधार कार्ड बनाने हेतु छात्र अनेकों बार चॉइस सेंटरों के साथ-साथ सरकारी दफ्तरों के भी चक्कर काट चुका है पर आज पर्यंत आधार कार्ड नहीं बन पाया है।छात्र विनोद निर्मलकर काफी होनहार है एवं 12वीं में 85% अंक लेकर उत्तीर्ण हुआ है एवं आगे की पढ़ाई भी करना चाहता है, परिजन भी आगे की पढ़ाई करवाना चाहते हैं पर आधार कार्ड ना होने के कारण पढ़ाई पर रोक लग गई है, जिसके कारण अब छात्र पढ़ाई ना करने से अब कपड़ो को प्रेस कर अपने पिता के कार्यों में सहयोग प्रदान कर रहे हैं।
पिता का कहना है कि बेटे के आगे की पढ़ाई ना होने से मेरे पुत्र के भविष्य पर अंधकार मंडराने लगा है। एक ओर जहां सरकार आधार कार्ड को प्रत्येक कार्यों में प्रमुख मानती है तो वहीं कुछ लोग आज भी ऐसे हैं जो दिव्यांग होने के कारण आधार कार्ड नहीं बना पा रहे हैं एवं सरकार की कई योजना से वंचित हो रहे हैं, ऐसे लोगों की ना सरकार चिंता कर रही है और ना ही कोई जनप्रतिनिधि इसकी सुध ले रहा है।
जब इस बारे में स्थानीय नेता पूर्व संसदीय सचिव गोवर्धन सिंह माझी एवं मंडल अध्यक्ष गुरु नारायण तिवारी को पता चला तो तत्काल छात्र के घर पहुंच कर जानकारी ली एवं जल्द से जल्द आधार कार्ड बनाने का आश्वासन दिया। अब देखना यह होगा कि ऐसे विकलांग लोगों का सरकार एवं जनप्रतिनिधि कितना ध्यान देते हैं ताकि इस प्रकार के आधार कार्ड के कारण किसी की भविष्य के साथ खिलवाड़ ना हो।