ग्राम पंचायत बिरीघाट में राशि आहरण के 15 साल बाद भी नहीं बन सका है स्कुल भवन, माध्यमिक शाला जर्जर बच्चों को होती है में रही परेशानी – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज
ग्राम पंचायत बिरीघाट में राशि आहरण के 15 साल बाद भी नहीं बन सका है स्कुल भवन, माध्यमिक शाला जर्जर बच्चों को होती है में रही परेशानी – सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज
अमलीपदर | ग्राम पंचायत बिरिघाट मे स्थित चचरा पारा में स्थित माध्यमिक शाला जो की बहुत ही जर्जर हो चुकी है जिसमें बच्चों की पढ़ाई होना, बहुत ही समस्या उत्पन्न हो रही है जैसा है कि1997 में बना यह माध्यमिक शाला पुनः जब शिक्षा विभाग के तहत 2006 में नया भवन के लिए प्रस्ताव पारित हुआ तो 2006 में 4,18,000 स्वीकृत हुए जहां तक ग्रामीणों ने बताया कि पूर्व सरपंच भुवन मांझी एवं सचिव सलाम खान द्वारा भवन निर्माण हेतु ठेकेदारी दिया गया जोकि विगत कई वर्षों से अपूर्ण है केवल प्रशासन को दिखाने मात्र के लिए कुछ ईटों को जोड़कर दिखा दिया गया है इस तरह आया कार्य कई वर्षों से लंबित है इधर शिक्षा के अभाव में बालक बालिकाएं विद्या अध्ययन करने हेतु चचरापारा से विरी घाट हाई स्कूल जिसकी दूरी 3 से 4 किलोमीटर दूरी है जहां बच्चों को आने जाने में दिक्कत होती है
वहां बच्चों के पालक को से वार्तालाप करने पर बताया कि ग्रामीणों ने स्कूल के समन्वयक के माध्यम से बीआरसी मैनपुर के बीओ एवं सीओ को ज्ञापन सौंपा फिर भी अभी तक कुछ भी प्रशासन द्वारा लाभ नहीं मिल पाया और प्रधान पाठक अवतार सिन्हा जी से पूछताछ पर प्रधान पाठक ने बताया कि इन सभी समस्याओं के चलते हुए बच्चों के पढ़ाई में विभिन्न प्रकार की दिक्कत उत्पन्न हुई और बच्चों के पढ़ाई हो को मध्य नजर रखते हुए उनको विरी घाट में स्थित हाई स्कूल में बच्चों के अध्ययन के लिए वहां बच्चों को स्थानांतरण किया गया जहां बच्चे तीन से 4 किलोमीटर की दूरी पर चलकर के वहां विद्या अध्ययन करते हैं इस प्रकार से बच्चों को बहुत सी समस्याओं एवं दिक्कतों का सामना करना पढ रहा है इस प्रकार ग्राम के जो ग्रामीण जनक राम ध्रुव घासीराम ध्रुव आलम नागेश टंकाधर यादव चक्रधर यादव शंकर लाल यादव जय सिंह ध्रुव एवं सरपंच प्रेमशिला नागेश द्वारा बताया गया कि इस प्रकार शिक्षा प्राप्त के लिए बच्चों को विभिन्न समस्याओं से जूझना पड़ रहा है यहां तक के पालको लोगों को भी परेशानियों का सामना करना पड़ा है जिनसे वह इन समस्याओं से जल्द से जल्द निराकरण की मांग करना चाहते हैं और जनप्रतिनिधियों से लगातार मिलते हुए इन समस्याओं से अवगत करवा रहे हैं ताकि जल्दी से इस समस्याओं से निजात मिले और बच्चों की पढ़ाई एवं किसी प्रकार की भी अड़चन ना उत्पन्न ना हो।