कमीशन का चल रहा है खेल , निर्माण कार्यो में लापरवाही बर्दाश्त नही – साहू
उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता गरियाबंद / कोपरा | फिंगेश्वर ब्लॉक क्षेत्र के अंतर्गत विभिन्न शासकीय विभागों का हो रहा निर्माण कार्यो मे गुणवत्ता को लेकर जनपद पंचायत फिंगेश्वर अध्यक्ष पुष्पा साहू सख्त है । साहू का सीधा कहना है कि शासकीय कार्य की राशि का सही उपयोग हो । भवन , पुल ,पुलिया , निर्माण में गुणवत्ताहीन कार्य बिल्कुल बर्दाश्त नही किया जाएगा । अधिकारी और ठेकेदार यह जान ले समझ ले भर्राशाही अब चलने वाला नही है ।
जनपद अध्यक्ष पुष्पा साहू ब्लॉक के भीतर उन स्थानों में निरीक्षण के लिए टीम के साथ पहुंच रही है । जहाँ की शिकायत उन्हें लगातार मिल रहा है ।
ऐसा ही मामला ग्राम पंचायत लोहरसी का है जहाँ पुस्तकालय निर्माण किया जा रहा है जहाँ सही तरीके से भवन निर्माण कार्य नही हो रहा है ।
ग्राम पंचायत लोहरसी में लगभग 9 लाख रुपये की लागत से पुस्तकालय भवन निर्माण किया जा रहा है । यह बन रहे बिल्डिंग के प्लिंथ लेबल तक मिट्टी से फिलिंग किया गया है । जिसमे नियम के तहत मुरुम या रेत से फिलिंग करना था ।
कालम रॉड में जो रिंग बंधा गया है , वह 9 से 10 इंच पर है । मसाले में सीमेंट की मात्रा भी कम रूप से उपयोग किया जा रहा है । ऐसे में इसकी मजबूती पर सवाल खड़ा होता है । जनपद अध्यक्ष पुष्पा साहू ने बताया कि निर्माण कार्य मे बेधड़क , बिना भय , अपनी मर्जी से जनकर अनियमितता की जा रही है । इसके जिम्मेदार सम्बंधित पंचायत के सचिव , इंजीनियर , एसडिओ , और सीईओ है ।
कमीशन का चल रहा खेल – तेज तर्रार जनपद अध्यक्ष पुष्पा साहू ने बताया कि ब्लॉक में कई सचिवो और इंजीनियरो का खेल खूब चल रहा है ।अध्यक्ष पुष्पा साहू ने साफ कर दिया है कि अब कमीशन खोरो की खैर नही , केवल गुणवत्ता ही देखी जाएगी श्री साहू ने बताया कि निर्माण कार्यो में घपलबाजी , कमीशनखोरी ,अब किसी भी कीमत पर नही चलेगी ,, सभी निर्माण कार्यो में वे सबसे पहले गुणवत्ता देखेगी
ग्राम लोहरसी का यह पहला मामला नही है इस तरह के कई मामले सामने आये है । बता दे की कुछ महीने पहले गली , मोहल्ले ,चौक ,चौराहे पर सरेआम पानी की बहाव की शिकायत आयी वो अब तक बन्द नही हुई है ।
गांव का एक मात्र निस्तारी तलाब जहा पूरे ग्रामीण नहाने जाते है उस तालाब से बदबू , खुजली , अनेको प्रकार की बीमारी उतपन्न हो रही है । ग्रामीण खासे परेशान है । इसके बाउजूद जनप्रतिनिधियों ने इस पर कोई विचार नही किया गया ।