कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन कर सौपा ज्ञापन छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ ने मनाया विरोध दिवस ।
अखिल भारतीय राज्य सरकारी कर्मचारी महासंघ के आह्वान पर छत्तीसगढ़ तृतीय वर्ग शासकीय कर्मचारी संघ द्वारा मंगलवार को केंद्र एवं राज्य स्तरीय माँगो को लेकर विरोध प्रदर्शन कर एकदिवसीय विरोध दिवस मनाया गया ।
संघ के कर्मचारी नेता चन्द्रशेखर तिवारी ने बताया कि 29 सितंबर मंगलवार को पूरे राज्य के 27 जिला मुख्यालय में जिला स्तरीय प्रदर्शन कर विरोध दिवस मनाया गया राजधानी रायपुर में कर्मचारी भवन के समक्ष जोरदार नारेबाजी कर प्रदर्शन किया गया । तथा केंद्र एवं राज्य स्तरीय माँगो को लेकर मुख्यमंत्री एवं प्रधानमंत्री के नाम कलेक्टर को ज्ञापन सौंपा गया ।
कई कर्मचारियों द्वारा प्रर्दशन के दौरान कार्यालयों में तख्ती, मांगों का पोस्टर लेकर भोजनावकाश में अपने कार्यालय में ही प्रर्दशन कर विरोध जताया ।
कर्मचारी नेता चन्द्रशेखर तिवारी ने आगे कहा कि पूरा देश युद्ध स्तर पर , कोविड -19 महामारी से लड़ रहा है।
आवश्यक सेवाओं में काम करने वाले सभी कर्मचारी इस ख़तरनाक बीमारी से लड़ने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।उसके बावजूद कर्मचारियों का बीमा नहीं किया गया है जिससे चिंता है ।केन्द्र सरकार ने एक जनवरी 2020 से 2021तक महंगाई भत्ते पर रोक लगा दी है। कुछ राज्यों ने वेतन में कटौती तथा वेतन वृद्धि एवं अर्जित अवकाश के नगदीकरण पर रोक लगा दी है। केन्द्र सरकार द्वारा पूंजीपतियों के पक्ष में श्रम कानूनों में संशोधन किया जा रहा है। श्रम कानूनों में संशोधन किया जा रहा है । कृषि बिल संशोधन,बहुराष्ट्रीय निगमों और कॉर्पोरेट निकायों के पक्ष में लिए गए नीति को दर्शाता है । बीस लाख करोड़ के बेलआउट पैकेज की घोषणा केंद्र सरकार का रवैया नवउदारीकरण की नीतियों के पक्ष में दिखाई देता है। 50 लाख का बीमा लाभ उन सभी प्रकार कर्मचारियों को दी जाए जो कोविड 19 रोकथाम ड्यूटी कर रहे हैं ।
अल्प मानदेयी कर्मचारियों को जोखिम भत्ता दिया जाए ।
स्वास्थ्य विभाग के हड़ताल के दौरान बर्खास्त संविदा कर्मचारियों को बहाल करो ।
केन्द्र स्तरीय प्रमुख माँगे
1, एन पी एस रद्द कर,पुरानी पेंशन योजना लागू करो ।
2, श्रम कानूनों में संशोधन रद्द करो ।
3, अनियमित एवं संविदा कर्मचारियों को नियमित कर,ठेका प्रथा पर रोक लगाओ ।
4 सार्वजनिक उपक्रमों, सरकारी संस्थाओं के निजीकरण पर रोक लगाओ
5, कोविड 19के कार्य में लगे सभी कर्मचारियों का सुरक्षा बीमा अनिवार्य रूप से किया जाए ।
राज्य स्तरीय मांग
जनघोषणा पत्र में प्राथमिकता से क्रियान्वयन करें ।अल्प वेतन भोगी,मानदेयी, दैनिक वेतन भोगी, अनियमित कर्मचारियों, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता सहायिका, कोटवार, भंडार गृह निगम कर्मचारी , प्रशिक्षित गौसेवकों, मध्यान्ह भोजन रसोईया,ग्राम पटेल,जन स्वास्थ्य रक्षक, मलेरिया वर्कर, सफाई सेवक, सहकारी बैंक कम्प्यूटर आपरेटर,स्वास्थ्य विभाग के संविदा कम्प्यूटर आपरेटर कर्मचारी संघो के माँगो का निराकरण करने ।
3, शिक्षक लिपिक सहित विभिन्न संवर्गों के वेतन विसंगति का निराकरण करें ।
4, अनुकंपा नियुक्ति पर रोक हटाओ ।
5, वार्षिक वेतन वृद्धि,डी ए , सातवें वेतन आयोग के एरियर्स प्रदान करने ।
विरोध प्रदर्शन में प्रांताध्यक्ष राकेश साहू , गजेश यदु , महेश शर्मा , चन्द्रशेखर तिवारी , सुखीराम , तिलक यादव , प्रवीण तिवारी , फारुख कादरी , डी एस एन राव , राकेश कन्नौजे , फिरोज खान , बी एल गायकवाड़ , मुक्तेश्वर , देवांगन , पदमा साहू, आदि प्रमुख रूप से उपस्थित थे ।