छत्तीसगढ़

बिलासा साहित्य संगीत धारा छत्तीसगढ़ द्वारा गोकुल को मिला सम्मान सिरजन संगठन ने दी बधाई , जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार साहू

लोहरसी | ५ सितंबर शनिवार को जिले एवं अंचल के युवा साहित्यकार ग्राम धुरसा निवासी को छत्तीसगढ़ के ख्याति प्राप्त...

मैनपुर मुस्लिम समाज के हनीफ मेमन चौथी बार सदर चुने गए- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

मुस्लिम समाज के लोगो ने सर्व सम्मति से हनीफ मेमन को चुना सदर, और दी मुबारकबाद इतेश सोनी मैनपुर गरियाबंद–...

ग्राम पंचायत मुरमुरा में किया पौधरोपण , व लिया सुरक्षा का संकल्प

(जिला संवाददाता - उरेन्द्र कुमार) छुरा | जनपद पंचायत छुरा के ग्राम पंचायत मुरमुरा में पौधा रोपण किया गया ।...

कमलेश यादव बने अखिलभारतीय यदुवंसी महासभा के जिला महा सचिव (जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार)

राजिम | ग्राम पंचायत कोपरा से यसस्वी मिलनसार व निस्वार्थ कमलेश यादव को अखिलभारतीय यदुवंसी महासभा के जिला महासचिव पद...

ग्राम कुटेना में लगा सी. सी. टी. कैमरा , गांव में शांति , अपराधियो में डर ,(जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार)

पांडुका | ग्राम पंचायत कूटना में लगया गया सी. सी. टी. कैमरा, पुलिस अधीक्षक श्रीमान बी0आर0 पटेल तथा अतिरिक्त पुलिस...

संकट के बीच भी कर्तव्यों के निर्वहन में डटे शिक्षक , समाज ने किया सम्मानित(जिला संवाददाता- उरेन्द्रकुमार )

कोपरा | पूर्व राष्ट्पति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन का जन्मदिवस राजिम विधानसभा क्षेत्र के शासकीय स्कूल भेंडरी में शिक्षक दिवस के...

जनता व पुलिस के बीच की दूरी कम करने रक्षा समिति व पुलिस टीम में हुआ वालीबॉल मैच , ( जिला संवाददाता उरेन्द्र कुमार साहू )

फिंगेश्वर | फिंगेश्वर थाना प्रभारी वेदमती दरियो ने थाना परिसर फिंगेश्वर में कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत ग्राम रक्षा समिति बासीन...

मोटरसाइकिल चोर हुआ गिरफ्तार , फिंगेश्वर थाना की कार्यवाही ,( जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार साहू )

फिंगेश्वर | फिंगेश्वर थाना पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है ।बताया जाता है...

गांजा बेचने के आरोप में युवक गिरफ्तार , (जिला संवादाता – उरेन्द्र कुमार साहू )

छुरा | पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर अवैध रूप से गांजा बेचने वाला आरोपी को गिरफ्तार किया है ।...

पांच सुत्रीय माँग को लेकर आम आदमी पार्टी की अनिश्चित कालीन धरना शुरु

सरकार के अधिकारी, कर्मचारी व भ्रष्ट नेताओं के संरक्षण में चल रहा रेत का अवैध कारोबार आम आदमी पार्टी धमतरी...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।