छत्तीसगढ़

गृहमंत्री कल गरियाबंद में आम लोगो से करेंगे मुलाकात ,

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | गरियाबंद प्रभारी गृहमंत्री जी कल दिनांक 23 नवम्बर 2020 दिन सोमवार को...

शिला ठाकुर व नरेंद्र देवांगन बने गरियाबंद उप – जेल के सदस्य

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबन्द | गरियाबंद उप जेल के लिए आज अशासकीय जेल संदर्शकों के रूप में...

विधान सभा थाना क्षेत्र में आने शराब दुकान में लूट की कोशिश करने वाले अज्ञात लोग पुलिस की गिरफ्त से बाहर…*

रायपुर - बात दे कि रायपुर विधान सभा रोड में स्थित इंग्लिश शराब दुकान में एक हप्ते पहले कुछ अज्ञात...

शासकीय हाई स्कूल भवन निर्माण में गुणवक्ता हीन सामग्री का उपयोग – बेलटुकरी

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता गरियाबंद / फिंगेश्वर | लोक निर्माण विभाग द्वारा ग्राम बेलटकरी में शासकीय हाई स्कूल भवन जिसकी...

लोक आस्था सेवा संस्था द्वारा आदिवासियों को दाल ,चावल वितरण किया गया

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | जिला के सुदूर आदिवासी क्षेत्र के लोगों का जीवन ज्यादा जंगल पर...

अपराध नियंत्रण करने हेतु ,रक्षा समिति का किया गठन , ग्राम बरुला

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | ग्राम बारुका में किया गया ग्राम रक्षा समिति का गठनग्राम स्तर पर...

धान बिक्री हेतु उप खरीदी केंद्र की स्वीकृति कराकर किसानों को विधायक ने दिलाई राहत…

कसावही में उप खरीदी केंद्र खुलवाकर किसानों को विधायक ने आर्थिक व भौतिक समस्याओं से दिलाया छुटकाराक्षेत्र के किसान हर्ष...

उपलब्धियों भरा रहा जिलाध्यक्ष ठाकुर शशि पवार का कार्यकाल…

भाजपाइयों ने एक वर्ष पूर्ण होने पर अपने जिलाध्यक्ष को दी बधाई भारतीय जनता पार्टी जिला धमतरी के जिलाध्यक्ष के...

उड़ीसा से गरियाबंद धान खपाने लाया , पुलिस ने धर दबोचा ,ट्रैक्टर जप्त

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता :- गरियाबंद | गरियाबंद । जिले में उड़ीसा का धान की अफरा-तफरी शुरू हो गई है।...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।