छत्तीसगढ़

चुनाव प्रचार कर लौट रहे आप के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला करने का प्रयास…

*चुनाव प्रचार कर लौट रहे आप के कार्यकर्ताओं पर जानलेवा हमला करने का प्रयास, मामले में दो आरोपी गिफ्तार... भानुप्रतापपुर. आम...

आज शहर में प्रारंभ हुवा भाजपा का चुनावी जनसम्पर्क…

*आज शहर में प्रारंभ हुवा भाजपा का चुनावी जनसम्पर्क,,!!* भारतीय जनता पार्टी बेमेतरा शहर मंडल के द्वारा आज अपने चुनावी...

बेमेतरा विधानसभा से अवधेश चन्देल जी ने जनसम्पर्क अभियान शुरू कर दिया है…

बेमेतरा विधानसभा से अवधेश चन्देल जी ने जनसम्पर्क अभियान शुरू कर दिया है। जनसम्पर्क के दौरान उन्हें जनता का ज़बरदस्त...

एक महिला से बेइज्जत करने की प्रयास करने वाले खूलेआम घूम रहे हैं…

एक महिला से बेइज्जत करने की प्रयास करने वाले खूलेआम घूम रहे हैं... बालोद- जिले के गुरूर विकास खंड के...

महासमुन्द सांसद श्री चंदु लाल साहू जी मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी के साथ धमतरी के प्रत्याशी के पक्ष में चुनाव प्रचार अभियान में हुए शामिल – तीव कुमार सोनी

धमतरी । लोकसभा क्षेत्र के लोकप्रिय सांसद श्री चंदूलाल साहू जी आज एकलव्य खेल परिसर बालक स्कूल मैदान धमतरी मे...

सरपंच संघ जिलाध्यक्ष देवेंद्र ठाकुर मतदान के लिए लोगो को कर रहे है जागरूक, गांव गांव संपर्क कर मतदान करने कर रहे अपील ।

देवभोग । जिला गरियाबंद के सरपंच संघ जिला अध्यक्ष व युवा नेता ठाकुर देवेंद्र सिंह द्वारा जिले गाँव-गाँव भृमण कर...

48 – 52 सीट के साथ छ.ग. में फिर से भाजपा की सरकार, सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज ने किया 90 विधानसभा में सर्वे – तीव कुमार सोनी

सर्वोच्य छत्तीसगढ़ न्यूज के द्वारा छत्तीसगढ़ के सभी 27 जिलों के 90 विधानसभा क्षेत्रों में सघन सर्वे किया गया ।...

विरिष्ठ बीजेपी नेता “ब्यास नारायण कश्यप “बसपा में हुए शामिल जांजगीर चाम्पा से बने प्रत्याशी*

*बसपा ने अपने 7 प्रत्याशी घोषित किए, जांजगीर-चाम्पा के वरिष्ठ बीजेपी नेता ब्यास नारायण कश्यप बसपा में हुए शामिल जांजगीर...

जिला न्यायालय में दिव्यांगों व बुजुर्गो हेतु व्हील चेयर उपलब्ध…आशीष कंठले की रिपोर्ट…

जिला न्यायालय में दिव्यांगों व बुजुर्गो हेतु व्हील चेयर उपलब्ध... बेमेतरा - जिला न्यायाधीश एवं जिला विधिक सेवा प्राधिकरण के...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।