छत्तीसगढ़

मंत्री बनने से पहले ही अफसरों को ओएसडी बनाने के ऑफर

भोपाल मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के परिणाम आए नहीं हैं, इसके बावजूद कई ऐसे उम्मीदवार हैं, जो अपने मंत्री बनने...

वन महानिदेशक और कोल इंडिया के चेयरमैन ने गेवरा खदान का किया निरीक्षण

कोरबा. दुनिया की सबसे बड़ी एसईसीएल की गेवरा खदान का निरीक्षण करने वन महानिदेशक चंद्रप्रकाश गोयल व कोल इंडिया के...

रोहित शर्मा और विराट कोहली को खेलना चाहिए 2024 का टी–20 वर्ल्ड कप: वसीम अकरम

नई दिल्ली पाकिस्तान के पूर्व कप्तान वसीम अकरम का मानना है कि टीम इंडिया के कप्तान रोहित शर्मा और दिग्गज...

मतगणना निर्वाचन प्रक्रिया का महत्वपूर्ण कार्य पूरी सावधानी और पारदर्शिता से सुनिश्चित करें-जिला निर्वाचन अधिकारी

गणना पर्यवेक्षक, गणना सहायक तथा माइक्रो प्रेक्षक का एक दिवसीय प्रशिक्षण सम्पन्न अनूपपुर मतगणना निर्वाचन प्रक्रिया का एक महत्वपूर्ण कार्य...

तीन दिन में चालान नहीं भरा तो रद्द हो जाएगा ड्राइविंग लाइसेंस

जगदलपुर. शहर के तमाम चौक-चौराहों पर लगे तीसरी आंख को एक्टिव कर दिया गया है। जिसके चलते अब यातायात पुलिस...

ग्वालियर में चुनावी विवाद को लेकर दो पक्षों में झगड़ा, हुई फायरिंग, मामला दर्ज

ग्वालियर शहर के भितरवार थाना क्षेत्र में आने वाले गोहिंदा गांव में दो पक्षों में झगड़ा हो गया। बता दें...

CG: सीएम भूपेश बघेल बोले, एमपी और छत्तीसगढ़ में भाजपा चुनाव हार चुकी

रायपुर. छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने भारतीय जनता पार्टी पर निशाना साधा है। सीएम भूपेश बघेल ने भाजपा की...

रेलवे यात्री ध्यान दे : जनवरी तक नहीं चलेगी पातालकोट एक्सप्रेस

भोपाल/ छिंदवाड़ा इंडियन रेलवे के विकास कार्य के तहत मथुरा यार्ड रिमॉडलिंग के कार्य को लेकर रेलवे ने 98 ट्रेनों...

जन्मदिन पर भारतीय गेंदबाज नवदीप सैनी ने की शादी, गर्लफ्रेंड स्वाति अस्थाना के साथ फेरे लिए, चहल-सिराज ने दी बधाई

नई दिल्ली भारतीय टीम के तेज गेंदबाज नवदीप सैनी ने शुक्रवार को फैंस को बड़ी खुशखबरी दी है। नवदीप सैनी...

2024 लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटी भाजपा, सोशल मीडिया पर बीजेपी हुई राममय

नईदिल्ली मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव 2023 अभी पूरा भी नहीं हुआ, इधर भाजपा लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारियो में जुट गई...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।