छत्तीसगढ़

अमेरिका में भारतीय छात्र की गोली मारकर हत्या, हमलावरों ने कार के भीतर दागीं कई गोलियां, मेडिकल कॉलेज ने दुख जताया

वाशिंगटन अमेरिका में एक युवा भारतीय छात्र की ओहायो राज्य में गोली मारकर हत्या कर दी गई। युवा छात्र अमेरिका...

दो जगहों से 319 क्विंटल धान जब्त, अवैध भंडारण और स्टॉक पर प्रशासन की कड़ी नजर

गौरेला/पेंड्रा/मरवाही. एक अक्टूबर से प्रदेश भर में समर्थन मूल्य पर धान की खरीद शुरू हो गई है। किसानों से धान...

आईटी फर्म L&T टेक्नोलॉजी में छंटनी, 200 कर्मचारियों को नौकरी से निकाला

नई दिल्ली आईटी सेक्टर से जुड़ी कंपनी L&T टेक्नोलॉजी सर्विसेज (LTTS) ने 200 कर्मचारियों की छंटनी का ऐलान किया है।...

अशनीर को कंपनी के सीक्रेट शेयर करने से रोका जाए, BharatPe की कोर्ट से गुहार

नई दिल्ली फिनटेक फर्म भारतपे के को-फाउंडर अशनीर ग्रोवर की मुश्किलें बढ़ती जा रही हैं। अब भारतपे की मूल इकाई...

सीएम के चेहरे को लेकर नेता प्रतिपक्ष नारायण चंदेल का बड़ा बयान, कहा- संगठन तय करेगा सीएम फेस

रायपुर. छत्तीसगढ़ में खत्म होने के बाद कांग्रेस और भाजपा दोनों ही पार्टी राज्य में सरकार बनाने की दावा कर...

मुंगेली : आरोपियों के खिलाफ नहीं हुई कार्रवाई तो बंद रहेंगी शराब की दुकानें

मुंगेली. मुंगेली में शराब दुकान कर्मचारियों पर जानलेवा हमला हुआ था। घटना के चार-पांच दिन बाद भी आरोपी के खिलाफ...

करोड़ों की चोरी के गुनहगारों पकड़ने पहुंची पुलिस, बदमाशों ने बरसाई गोलियां

 जावरा रतलाम जिले के जावरा में प्रदेश के पूर्व गृहमंत्री हिम्मत कोठारी के भतीजे प्रकाश कोठारी की ज्वेलरी शॉप पर...

स्कूल शिक्षा विभाग ने नौवीं के नामांकन में उम्र के बंधन में छूट दी

भोपाल माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) द्वारा दाखिले के लिए न्यूनतम आयु संबंधी नए नियम से नौवीं कक्षा में नामांकन के...

चुनाव के बाद मानदेय में देरी : चार हजार मतदान कर्मियों को राशि दिलाने की मांग

कबीरधाम. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के प्रथम चरण का मतदान सात नवंबर को शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हुआ था। कबीरधाम...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।