छत्तीसगढ़

केसीआर का दावा, कांग्रेस को 20 से भी कम सीट, पहले से अधिक सीट जीतकर सत्ता बरकरार रखेगी बीआरएस

तेलंगाना भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) अध्यक्ष और तेलंगाना के मुख्यमंत्री के चंद्रशेखर राव ने मंगलवार को कहा कि उनकी पार्टी...

कांग्रेस ने कर्नाटक में 166 में से 158 वादे पूरे किए, गांधी भवन में बोले- प्रियांक खड़गे

कर्नाटक कर्नाटक के सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री प्रियांक खड़गे ने मंगलवार को दावा किया कि कांग्रेस सरकार ने राज्य में 166...

एक्शन में PCB-उमर गुल फिर बने पाकिस्तान टीम के बॉलिंग कोच, सईद अजमल को पहली बार मिली ये बड़ी जिम्मेदारी

लाहौर पूर्व गेंदबाज उमर गुल और सईद अजमल को ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड के आगामी दौरे के लिए पाकिस्तानी टीम का...

श्रीलंका से छिना अंडर-19 वर्ल्ड कप, ICC ने 11 दिन में दिया दूसरा झटका

नई दिल्ली श्रीलंका से अंडर-19 वर्ल्ड कप 2024 की मेजबानी छिन गई है। इंटरनेशनल क्रिकेट काउंसिल (आईसीसी) अब इस टूर्नामेंट...

कटनी के बगेहा गांव में तेंदुआ ने किया गाय का शिकार, ग्रामीणों में दहशत का माहौल

कटनी जिले के बरही वन परिक्षेत्र अंतर्गत बगैहा गांव मे तेंदुए के द्वारा एक गाय का शिकार करने का वीडियो...

जाति जनगणना देश का ‘एक्स-रे’, राजस्थान में सत्ता में आने पर कांग्रेस यह कराएगी : राहुल गांधी

राजस्थान कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने मंगलवार को जाति जनगणना का मुद्दा उठाया और इसे देश का 'एक्स-रे' बताते हुए...

कोरबा में मालगाड़ी डिरेल, बैगन के पीछे लगे चार डिब्बे पटरी से उतरे

कोरबा. एसईसीएल कोरबा के जूनाडीह साइडिंग में मालगाड़ी संख्या एन बॉक्स ई के दस नंबर बैगन के पीछे लगे चार...

‘राजभवन की हो रही जासूसी’, बंगाल के गवर्नर ने लगाए गंभीर आरोप, कहा- मेरे पास विश्‍वसनीय सूचना

पश्चिम बंगाल तृणमूल कांग्रेस सरकार के साथ बढ़ते तनाव के बीच पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने गंभीर...

तेलंगाना में मुस्लिम कोटे का गाना, भाजपा सत्ता में आने के बाद यहां से चार फीसदी मुस्लिम आरक्षण खत्म करने की बात कर रही

हैदराबाद तेलंगाना के विधानसभा चुनाव में मुस्लिम आरक्षण का मुद्दा खूब जोर पकड़ रहा है। एक तरफ भाजपा सत्ता में...

सरकारी खर्च पर यहां होगा महंगा इलाज, हफ्ते में एक सूई और मोटापा गायब !

जापान बदलती जीवनशैली के बीच जापान में भी मोटापा एक गंभीर बीमारी बनकर उभरी है। इससे निपटने के लिए वहां...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।