छत्तीसगढ़

त्रिदिवसीय श्री राम चरित्र मानस महायज्ञ में पहुंचे – रात्रे

पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द त्रिदिवसीय श्री राम चरित मानस महायज्ञ मे पहुचे :- मधुबाला रात्रे कोपरा | ग्राम पंचायत...

आबकारी विभाग की बड़ी कार्यवाही,हरियाणा राज्य निर्मित 891 बल्क लीटर मदिरा जप्त,11लाख रुपये की मदिरा के साथ 5 लाख रुपये कीमती की पिक अप वाहन समेत आरोपी गिरफ्तार…

रायपुर –आबकारी विभाग की बड़ी कार्यवाही,हरियाणा राज्य निर्मित 891 बल्क लीटर मदिरा जप्त,11लाख रुपये की मदिरा के साथ 5 लाख...

अज्ञात कारणों से लगी आग. घर में रखी अनाज सहित नगदी जलकर हुआ खाक..

बालोद–गुरूर ब्लाक मुख्यालय से 5 किलो मीटर दूर ग्राम डोकला मे परदेशीन बाई कोरम के घर में आग लगने से...

हमारे गरियाबंद जिले के यशस्वी कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं – इतेश सोनी गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद। हमारे गरियाबंद जिले के यशस्वी कलेक्टर निलेश कुमार क्षीरसागर जी को जन्मदिवस की हार्दिक शुभकामनाएं सर्वोच्च छत्तीसगढ़...

सलूट तिरंगा संस्था का छत्तीसगढ़ में हुआ गठन – इतेश सोनी ब्यूरो छत्तीसगढ़

इतेश सोनी रायपुर । सलूट तिरंगा राष्ट्रीय अध्यक्ष राजेश झा के मार्गदर्शन में छत्तीसगढ़ प्रदेश अध्यक्ष एवं महिला समाज सेविका...

छत्तीसगढ़ की पारंपरिक पर्व छेरछेरा ,बड़ी हर्षोल्लास से मनाया गया

पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द हर्षोल्लास के साथ छेरछेर पारम्परिक पर्व मनाया गया मुड़ागांव कोरासी कोपरा | पौष पूर्णिमा के...

सेवा निवृत्त्त होने वाले भृत्य को दिया ध्वजारोहण करने का अवसर

पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द जनपद सभापति अर्चना-डॉ दिलीप साहू ने सेवा निवृत्त होने वाले भृत्य को दिया ध्वजारोहण का...

ग्राम भेंडरी में एकदिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता आयोजन 30 को

एक दिवसीय कबड्डी प्रतियोगिता का आयोजन 30 को पत्रकार - उरेन्द्र साहू गरियाबन्द कोपरा | ग्राम पंचायत भेंडरी में समस्त...

जमीन विवाद के चलते हुई थी सरपंच की हत्या. 2 महिलाए सहित 7 आरोपियों के खिलाफ हुई कार्यवाही..

बालोद–थाना बालोद के ग्राम करहीभदर के सरपंच ओंकार साहू की हत्या का खुलासा ।जमीन विवाद की वजह बनी हत्या का...

बालोद जिले में अवैध सागौन कटाई से मचा गांव में हड़कंप शिकायत के बाद हो रही अब कार्यवाही , वन विभाग द्वारा लगाए गए 11 मोटे पेड़ काटकर अवैध रूप से हुई बिक्री…

बालोद जिले के एक गांव में सरपंच पति द्वारा अवैध रूप से सागौन के 11 पेड़ को काटने का मामला...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।