शिवशंकर सोनपिपरे

प्रधानमंत्री मोदी ने करतारपुर साहिब के दर्शन और वीर बाल दिवस मनाने जैसी अनेक सौगातें दीं

वीर बाल दिवस, देश-धर्म और समाज के लिए बलिदान होने की अद्वितीय घटना है - मुख्यमंत्री डॉ. यादव प्रधानमंत्री मोदी...

प्रधानमंत्री ने स्वामित्व योजना के जरिए ग्रामीण क्षेत्र के संपत्ति मालिकों को संपत्ति का स्वामित्व दिलाया : शिवराज सिंह चौहान

भोपाल केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वामित्व योजना के जरिए ग्रामीण...

उत्तरप्रदेश-पीलीभीत में खालिस्तानी पन्नू और नीटा की धमकी के बाद एनकाउंटर टीम की बढ़ेगी सुरक्षा

पीलीभीत। पीलीभीत एनकाउंटर पर आतंकी पन्नू और नीटा के धमकी भरे वीडियो के बाद शासन स्तर से भी पूरे मामले...

सीडब्ल्यूसी बैठक का महत्व आगामी महीनों और वर्षों के लिए कांग्रेस की दिशा और एजेंडा तय करने में होगा: सचिन पायलट

बेलगावी कांग्रेस कार्यसमिति की आगामी बैठक (सीडब्ल्यूसी) से पहले, पार्टी के वरिष्ठ नेता सचिन पायलट ने गुरुवार को बेलगावी हवाई...

अब तक खरीदी गई 21 लाख मीट्रिक टन से अधिक धान, समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 20 जनवरी तक

भोपाल खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री गोविंद सिंह राजपूत ने बताया है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर...

उत्तरप्रदेश-अयोध्या में रामलला के दर्शन की एक जनवरी से बढ़ेगीअवधि

अयोध्या। रामनगरी में श्रद्धालुओं की भीड़ तेजी से बढ़ रही है। बुधवार को शाम सात बजे तक 1.05 लाख भक्तों...

झारखंड में मुख्यमंत्री मंइयां सम्मान योजना के लाभार्थियों के लिए खुशखबरी, इस दिन खाते में आएंगे 2500 रुपये

रांची नए वर्ष के आगमन से पहले 28 दिसंबर को झारखंड की लगभग 56 लाख महिलाओं को बड़ा तोहफा मिलनेवाला...

उत्तरप्रदेश-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ व यामानाशी प्रीफेक्चर कम्पनी जापान में एमओयू

लखनऊ. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी के समक्ष आज यहां उनकेआवास पर उत्तर प्रदेश सरकार और यामानाशी प्रीफेक्चर...

वन विहार राष्ट्रीय उद्यान जू में अनुभूति शिविर में 109 छात्र-छात्राओं ने लिया भाग

भोपाल वन विभाग एवं मध्यप्रदेश ईको टूरिज्म विकास बोर्ड के समन्वय से “मैं भी बाघ’’ और “हम हैं बदलाव’’ थीम...

उत्तरप्रदेश-मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल जी को किया नमन

लखनऊ. भारत के रक्षा मंत्री श्री राजनाथ सिंह जी तथा उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथजी आज यहां लोक भवन...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।