शिवशंकर सोनपिपरे

यूपी के बाद पूरे देश में हलाल पर लगेगा बैन? अमित शाह का बड़ा बयान

नई दिल्ली भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने शनिवार को कहा कि...

पैसों के बदले सवाल मामले में बढ़ीं महुआ मोइत्रा की मुश्किलें, CBI ने शुरू की जांच

नई दिल्ली पैसे के बदले सवाल मामले में फंसी तृणमूल कांग्रेस सांसद महुआ मोइत्रा की मुश्किलें बढ़ गई हैं। उन...

सभी 90 सीटों पर शिफ्ट में ईवीएम की पहरेदारी कर रहे कांग्रेसी, हर घंटे ऐसे लिया जा रहा अपडेट

रायपुर. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव के लिए मतदान की प्रक्रिया पूरी हो गई है। सभी 90 सीटों की ईवीएम को...

राजनांदगांव पुलिस जवानों ने की मॉकड्रिल, कानून व्यवस्था बनाने को लेकर किया अभ्यास

राजनांदगांव. पुलिस द्वारा कानून व्यवस्था बनाए रखने को लेकर मॉकड्रिल कर अभ्यास किया गया। किसी भी घटना से बचने के...

लड़कियों से छेड़छाड़ करते ट्रक सवारों को पकड़ा, चेकिंग में मिले मांस के टुकड़े और हड्डियां

जगदलपुर. जगदलपुर शहर से लगे आड़ावाल में शुक्रवार की दोपहर एक ट्रक सवार युवकों ने युवतियों से छेड़खानी की। जिसकी...

कांकेर में डीआरजी और बीएसएफ जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़, कई माओवादी घायल

कांकेर. जिले के आमाबेड़ा इलाके में डीआरजी और बीएसएफ जवानों की नक्सलियों से मुठभेड़ हुई है, मुठभेड़ में कुछ नक्सलियों...

मतगणना में नहीं होगी कोई गड़बड़ी, बढ़ाई जाएगी टेबलों की संख्या

भोपाल जिला निर्वाचन कार्यालय द्वारा सात विधानसभा क्षेत्र में हुए मतदानों की मतगणना के लिए जिला जेल में तैयारियां की...

वोटिंग प्रतिशत बढ़ने और अस्पष्ट रुझानों से राजनीतिक दलों में नया मंथन

भोपाल मध्यप्रदेश में वोटिंग बढ़ने और अस्पष्ट रुझानों से राजनीतिक दलों में नया मंथन शुरू हो गया है। दरअसल मध्यप्रदेश...

एयर इंडिया का ऐलान, 15 दिसंबर से दिल्ली और फुकेत के बीच शुरू करेगी नॉन-स्टॉप उड़ानें

नई दिल्ली  यदि आप थाईलैंड में घूमने का प्लान तैयार कर रहे हैं तो आपके लिए यह अहम खबर है।...

डीपफेक का शिकार हुईं आलिया भट्ट, चर्चा में वीडियो

रश्मिका मंदाना, कटरीना कैफ, काजोल और सारा तेंदुलकर सहित कुछ और एक्ट्रेसेस डीपफेक वीडियोज का शिकार हो चुकी हैं। अब...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।