शिवशंकर सोनपिपरे

*अर्जुनदास वासवानी ने भगवतीचरण वार्ड क्रमांक 57 से पार्षद के लिए पेश की अपनी दावेदारी…*

  *अर्जुनदास वासवानी ने भगवतीचरण वार्ड क्रमांक 57 से पार्षद के लिए पेश की अपनी दावेदारी...*     रायपुर- सामाजिक...

*अर्जुन दास वाशवानी ने भगवतीचरण वार्ड 57 से पार्षद के लिए पेश की अपनी दावेदारी…*

*अर्जुन दास वाशवानी ने भगवतीचरण वार्ड 57 से पार्षद के लिए पेश की अपनी दावेदारी...*   रायपुर- सामाजिक कार्यकर्ता अर्जुन...

गरियाबंद एसपी IPS निखिल राखेचा की कुशल रणनीति से घेरे गए नक्सली | IPS निखिल राखेचा अबूझमाड़ और सुकमा में संभाल चुके हैं मोर्चा | नक्सली इलाके में कुशल रणनीति से दो साल काम करने का है अनुभव |

रायपुर | छत्तीसगढ़ में पहली बार गरियाबंद जिले में 80 घंटे से ज्यादा समय तक पुलिस-नक्सलियों के बीच मुठभेड़ चली,...

*ऑल इंडिया पाफी पैरा आर्मरसलिंग कप 2025 में सक्षम दिव्यांग स्कूल के चार दृष्टि बाधित छात्र 14 मेडल हासिल किए ग्वालियर में रहा दिव्यांग बच्चो का बेहतरीन प्रदर्शन*

ऑल इंडिया पाफी पैरा आर्मरसलिंग कप 2025 में सक्षम दिव्यांग स्कूल के चार दृष्टि बाधित छात्र 14 मेडल हासिल किए...

*नगरीय निकाय एवं पंचायत राज संशोधन अध्यादेश में ओबीसी आरक्षण पर्याप्त किए जाने हेतु ओबीसी महासभा ने किया प्रेस वार्ता*

नगरीय निकाय एवं पंचायत राज संशोधन अध्यादेश में ओबीसी आरक्षण पर्याप्त किए जाने हेतु ओबीसी महासभा ने किया प्रेस वार्ता...

*छत्तीसगढ़िया सर्व समाज महासंघ ने छत्तीसगढ़ सरकार पर पिछड़ा वर्ग को धोखा देने का लगाया आरोप , कहा – शासन हमारी उचित मांगे पूरी नही करेगी तो लोकतांत्रिक तरीके से उग्र प्रदर्शन के लिए बाध्य होंगे…*

छत्तीसगढ़िया सर्व समाज महासंघ ने छत्तीसगढ़ सरकार पर पिछड़ा वर्ग को धोखा देने का लगाया आरोप , कहा – शासन...

*गरियाबंद कलेक्टर द्वारा नवगठित देवभोग नगर पंचायत के वार्डो का हुआ आरक्षण* *कुल 15 वार्डों में पांच वार्डो में महिला करेंगे अपनी दावेदारी*

*गरियाबंद कलेक्टर द्वारा नवगठित देवभोग नगर पंचायत के वार्डो का हुआ आरक्षण* *कुल 15 वार्डों में पांच वार्डो में महिला...

*अजय तिवारी ने बेच डाली जैतूसाव मठ ट्रस्ट की 107 एकड़ जमीन, महंत राम आशीष दास ने लगाया सनसनीखेज आरोप*

*अजय तिवारी ने बेच डाली जैतूसाव मठ ट्रस्ट की 107 एकड़ जमीन, महंत राम आशीष दास ने लगाया सनसनीखेज आरोप*...

*दूरदर्शन पर स्वास्थ्य कार्यक्रम का प्रसारण आज*

*दूरदर्शन पर स्वास्थ्य कार्यक्रम का प्रसारण आज*     दूरदर्शन केंद्र रायपुर से समय समय पर जन रुचि और अवसर...

*सहकार भारती स्थापना दिवस पूरे धूमधाम से मनाया गया, संघ कार्यालय बालोद मे हुआ भव्य कार्यक्रम…*

*सहकार भारती स्थापना दिवस पूरे धूमधाम से मनाया गया, संघ कार्यालय बालोद मे हुआ भव्य कार्यक्रम...* सैकड़ों लोग स्थापना दिवस...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।