featured

आम आदमी को राहत देने बनी हैं प्रदेश की जनकल्याणकारी योजनाएं : मुख्यमंत्री चौहान

न्यूज चैनलों से समाज और सरकार की सकारात्मक गतिविधियों को स्थान देना भी अपेक्षित मुख्यमंत्री चौहान एनडीटीवी के क्षेत्रीय एमपी-सीजी...

मुख्यमंत्री चौहान 22 अगस्त को करेंगे “मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ” योजना का शुभारंभ

भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान मंगलवार 22 अगस्त को 'मुख्यमंत्री सीखो-कमाओ' योजना का शुभारंभ करेंगे। मुख्यमंत्री चौहान भोपाल के शासकीय...

देवारण्य योजना में किसानों को औषधि पौधों की खेती के लिए किया जा रहा है प्रोत्साहित

40 जिलों में जिला स्तरीय समिति गठित भोपाल प्रदेश में औषधि पौधों की खेती के रकबे को बढ़ाने के लिए...

बालाघाट के ग्राम लिंगा में राज्य मंत्री कावरे स्नेह यात्रा में हुए शामिल

अंबेडकर चौक के सौंदर्यीकरण कार्य का किया भूमि-पूजन भोपाल आयुष राज्य मंत्री (स्वतंत्र प्रभार) रामकिशोर 'नानो' कावरे आज बालाघाट जिले...

मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री श्रद्धेय बाबूलाल गौर जी की प्रतिमा का किया अनावरण

भेल स्थित बाबूलाल गौर शासकीय पी.जी. कॉलेज परिसर में स्थापित है प्रतिमा भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है...

मुख्यमंत्री चौहान ने पूर्व मुख्यमंत्री बाबूलाल गौर की प्रतिमा का किया अनावरण

भेल स्थित बाबूलाल गौर शासकीय पी.जी. कॉलेज परिसर में स्थापित है प्रतिमा भोपाल मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है...

मुख्यमंत्री चौहान एवं केन्द्रीय मंत्री सिंधिया ने दतिया में नवीन एयरपोर्ट का किया शिलान्यास

बसई में महाविद्यालय शुरू करने एवं बसई को नगर पंचायत बनाया जायेगा लाड़ली बहना योजना में राशि देकर बहनों को...

नीदरलैंड यूक्रेन को एफ-16 लड़ाकू विमान देगा-रुटे

हेग डच प्रधानमंत्री मार्क रुटे ने  यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर ज़ेलेंस्की से पुष्टि की कि नीदरलैंड यूक्रेन को एफ-16 लड़ाकू...

प्रधानमंत्री मोदी ने प्रदेश में 50 हजार शिक्षकों की भर्ती पर राज्य सरकार को दी बधाई

मुख्यमंत्री चौहान ने नवनियुक्त 5 हजार 580 शिक्षकों को प्रदान किए नियुक्ति बधाई पत्र शिक्षकों पर भावी पीढ़ी को गढ़ने,...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।