पैरी नदी उद्गम स्थल का मनमोहक दृश्य देखने अब दूर , दूर से आ रहे है पर्यटक …. पढ़िए पूरी खबर…
विदेशी पर्यटक भी पहुचते है भाठीगढ़
तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 3 किलोमीटर की दुरी पर पैरी उदगम स्थल भाठीगढ की पहाडी का मनोरम दृश्य इन दिनों लोगो को अपनी ओर आकर्षित कर रहा है जहा बडी संख्या में प्रदेश भर के पर्यटक व श्रध्दालु पहुचकर पुजा अर्चना करते है वही इस पहाडी से पैरी नदी का जन्म हुआ है पहाडी के उपर मंदिर का निर्माण किया गया है जंहा पैरी उदगम का कुण्ड है जंहा से लगातार पानी की धार निकलती रहती है और गर्मी के दिनों में भी इस कुण्ड से पानी लगातार निकलती है लगभग एक पखवाडे पूर्व विदेश से भी पर्यटक पैरी उदगम की पहाडी में पहुचकर मंदिर तक पहुच पुजा अर्चना किए थे और यहा के मनोरम दृश्य को देखकर उन्होने खुशी जाहीर किया था जरूरत इस बात की है कि क्षेत्र के इस प्रमुख धार्मिक व पर्यटन स्थल को शासन द्वारा पर्यटन स्थल घोषित कर यहा पहुचने वाले श्रध्दालुओं और पर्यटकों के लिए पेयजल , गार्डन व अन्य मूलभूत सुविधाए उपलब्ध कराई जाए जिससे यहा आने वाले श्रध्दालुओं व पर्यटकों को कोई परेशानियों का सामना करना न पडे ।
पैरी उदगम को पर्यटन स्थल बनाने मुख्यमंत्री से मांग
पैरी उद्गम स्थल भाठीगढ़ जहां एक ओर धार्मिक प्रेमियों को अपनी ओर आकर्षित करता है तो यहां के मनोरम दृश्य पर्यटको को भी लुभाता है, लेकिन अबतक इस स्थल के विकास के लिये शासन द्वारा किसी भी प्रकार के प्रयास होते नही दिखते जबकि क्षेत्र की जनता इसे पर्यटन स्थलो की सूची मे शामिल कर यहां के विकास के लिये एक अलग से बजट देने की मांग लंबे समय से कर रहे है, पैरी उद्गम भाठीगढ़ मे लोगो की जन भावनाओं को देखते हुए पेयजल, मिनी गार्डन, विश्राम गृह, पर्यटको व श्रध्दालुओ के लिये मूलभूत सुविधा उपलब्ध करवाने की आवश्यकता है, भाठीगढ़ के वरिष्ठ नागरिक, हेमसिंह नेगी, खेदू नेगी, रामदास वैष्णव, आशाराम, यादव, नाथूराम धु्रर्वा, कुंवरसिंह, रामकृष्ण धु्रव, रामसिंह नागेश, प्रेमसाय जगत, चैनसिंह नेताम,सोनसाय धुव, टीकम कपिल, अमृतलाल नागेश, जन्मेजय नेताम, ईश्वर नागेश, थानू पटेल व क्षेत्र के लोगो ने मुख्यंमंत्री भूपेश बघेल से मांग किया है की पैरी उदगम भाठीगढ को पर्यटन स्थल घोषित कर यहा मूलभूत सुविधाए उपलब्ध कराई जाए।