बच्चा-बच्चा गांधी की थीम पर निकली पदयात्रा
रायपुर। राष्ट्रपिता महात्मा गांधी के 150 वीं जयंती के अवसर पर बुधवार सुबह जयस्तंभ चौक से गांधी मैदान तक “बच्चा-बच्चा गांधी“ की थीम पर पदयात्रा निकाली गई। इस पदयात्रा में हजारों की संख्या में नन्हें बच्चों ने महात्मा गांधी की वेशभूषा धारण कर पदयात्रा की अगवाई की। इन बच्चों के पीछे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, राज्यसभा सांसद पीएल पुनिया, विधायक मोहन मरकाम, कुलदीप जुनेजा, महापौर प्रमोद दुबे सहित बड़ी संख्या में जनप्रतिनिधिगण, नागरिक और अधिकारी-कर्मचारी उनके पीछे चले।
पदयात्रा रायपुर के ऐतिहासिक जयस्तंभ चैक से रवाना होकर ऐतिहासिक गांधी मैदान में विसर्जित हुई। यहां आयोजित सभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री बघेल ने कहा कि वर्ष 1933 में राष्ट्रपिता महात्मा गांधी ने छत्तीसगढ़ के इसी ऐतिहासिक मैदान में आम-सभा की थी। आज छत्तीसगढ़ का बच्चा-बच्चा उन्हीं के पदचिन्हों पर धोती, लाठी और टोपी पहनकर उनका अनुसरण करते हुए उपस्थित है। इसके पहले जयस्तंभ चौक में मुख्यमंत्री ने महात्मा गांधी बने इन बच्चों का स्वागत किया और कहा कि हजारों की संख्या में बच्चों का महात्मा गांधी का वेशभूषा पहनकर आना एक अभिनव कार्य है। उन्होंने कहा महात्मा गांधी ने सत्य,अहिंसा सहित जो संदेश और आदर्शों दिया है, उस पर चलकर हमें छत्तीसगढ़ और देश का निर्माण करना है। सांसद पुनिया ने कहा कि बच्चों को महात्मा गांधी की वेशभूषा में देखकर अच्छा लग रहा है। महात्मा गांधी का सपना तभी पूरा होगा जब हम सत्य और अहिंसा पर आधारित समाज का निर्माण करेंगे। केवल देश ही नहीं बल्कि अनेक अन्र्तराष्ट्रीय आंदोलनों ने अपने अन्याय और भेदभाव के विरूध्द महात्मा गांधी के सिध्दांतों और आर्दशों से प्रेरणा ली। छत्तीसगढ़ शासन महात्मा गांधी के आदर्शाें के अनुरूप आगे बढ़ रहा है।