महासमुंद लोकसभा में कांग्रेस को एक लाख चौसठ हजार दो सौ बहत्तर वोटो की बढ़त, परन्तु भाजपा के लिए भी है मौक़ा – तीव कुमार सोनी
महासमुंद लोकसभा में कांग्रेस को एक लाख चौसठ हजार दो सौ बहत्तर वोटो की बढ़त, परन्तु भाजपा के लिए भी है मौक़ा – तीव कुमार सोनी
महासमुंद | महासमुंद लोकसभा क्षेत्र तीन जिला महासमुंद, गरियाबंद और धमतरी तक फैला है । यहां आठ विधानसभा क्षेत्र सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, बिन्द्रानावागढ़, राजिम, कुरूद और धमतरी शामिल है | इन आठ विधानसभा में से पांच विधानसभा सरायपाली, बसना, खल्लारी, महासमुंद, राजिम में किसान कर्जा माफी के चलते कांग्रेस ने बम्फर जित दर्ज किया है जबकि भाजपा केवल तीन विधानसभा बिन्द्रानवागढ़, कुरूद और धमतरी में ही जित दर्ज कर पाई है | 2018 के विधानसभा चुनाव की बात करे तो महासमुंद लोकसभा के आठो विधानसभा में कांग्रेस को कुल पांच लाख सत्तर हजार सात सौ अड़तालीस वोट मिले है जबकि भाजपा को चार लाख छ हजार चार सौ छिहत्तर वोट मिल पाए है | इस प्रकार विधानसभा चुनाव के नतीजो के आधार पर महासमुंद लोकसभा में कांग्रेस को एक लाख चौसठ हजार दो सौ बहत्तर वोटो की बढ़त मिली हुई है | इस प्रकार महासमुंद लोकसभा में जीतने के लिए भाजपा को एक लाख चौसठ हजार दो सौ बहत्तर मतों का गड्ढा पाटना होगा | भाजपा और कांग्रेस के बिच डेढ़ लाख से जादा वोटो का अंतर बना हुआ है , इतने वोटो को पार कर जीत दर्ज करना भाजपा के लिए टेढ़ी खीर है | हालांकि महासमुंद लोकसभा में कांग्रेस को एक लाख चौसठ हजार दो सौ बहत्तर वोटो की बढ़त हासिल है परन्तु भाजपा के लिए भी अच्छा मौक़ा है|
भाजपा के लिए सुकून भरी तीन बाते है जिससे वोटर भाजपा के पक्ष में जा सकते है –
01 – वोटरों का पूरा ध्यान राष्ट्रीय मुद्दों पर केन्द्रित है जिससे मोदी की लहर बन रही है |
02 – बिजली समस्या से आम जनता बहुत जादा परेशान हो गयी है जिससे वे कांग्रेस शासन से भारी नाराज है |
03 – छ ग शासन की बदहाल आर्थिक स्थिति के कारण 36 हजार करोड़ का भुगतान नहीं हो पाया है जिससे एक बड़ा वर्ग शासन से खिन्न है |
इन तीनो कारणों से कांग्रेस को बहुत जादा नुकसान उठाना पड़ सकता है जबकि इन तीनो कारणों से भाजपा को बहुत जादा फ़ायदा हो सकता है | ये सब कुछ कांग्रेस और भाजपा के चुनावी मैनेजमेंट पर निर्भर करता है की कांग्रेस कैसे मोदी लहर से निपटती है और आम जनता की नाराजगी को कैसे दूर कर अपने वोटरों को बांधे रखती है | साथ ही भाजपा मोदी लहर को कैसे भुनाती है और कांग्रेस शासन से नाराज वोटरों को कैसे अपने पक्ष में करती है |
महासमुंद लोकसभा चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों का विवरण
लोकसभा निर्वाचन के तहत द्वितीय चरण में महासमुंद संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत होने वाले निर्वाचन के लिए जिला निर्वाचन अधिकारी सुनील कुमार जैन, सामान्य प्रेक्षक डॉ. पवन कोटवाल, जिला पंचायत सीईओ ऋतुराज रघुवंशी तथा अभ्यर्थियों एवं उनके प्रतिनिधियों की उपस्थिति में 29 मार्च को अभ्यर्थिता वापस लेने के पश्चात निर्वाचन लड़ने वाले अभ्यर्थियों की अंतिम सूची के साथ प्रतीक चिन्ह का आवंटन किया गया। महासमुंद संसदीय निर्वाचन क्षेत्र क्रमांक-9 के लिए कुल 13 अभ्यर्थियों को प्रतीक चिन्ह आवंटित किए गए हैं। इनमें चुन्नीलाल साहू भारतीय जनता पार्टी (कमल), धनसिंह कोसरिया बहुजन समाज पार्टी (हाथी), धनेन्द्र साहू इंडियन नेशनल क्रांग्रेस (हाथ), अशोक सोनी आंबेडकराइट पार्टी आफ इंडिया (कोट), कामरेड भोजलाल नेताम कम्युनिस्ट पार्टी आफ इंडिया (ट्रैक्टर चलाता किसान), रोहित कुमार कोसरे राष्ट्रीय जनसभा पार्टी (नारियल फार्म), डॉ. वीरेन्द्र चौधरी भारतीय शक्ति चेतना पार्टी (बांसुरी), खिलावन सिंह ध्रुव, निर्दलीय (ऑटो-रिक्शा), चम्पालाल पटेल गुरूजी निर्दलीय (कैची), जगमोहन भागवत कोसरिया निर्दलीय (गुब्बारा), तरुण कुमार डडसेना निर्दलीय (एअरकंडीस्नर), देवेन्द्र सिंह ठाकुर (राजपूत) (कांच का गिलास) एवं संतोष बंजारे निर्दलीय (गन्ना किसान) को प्रतीक चिन्ह आवंटित किया गया है। इसके अलावा श्रीधर चंद्राकर (नेशनल डेमोक्रेटिक पिपल्स फ्रंट) द्वारा नाम निर्देशन पत्र वापस लिया गया।