देवभोग क्षेत्र के 25 मजदूरों को फिर से तेलंगाना में बनाया गया है बंधक, बंधकों में बच्चे भी है शामिल, परिजनों ने की शिकायत – तीव कुमार सोनी
देवभोग क्षेत्र के 25 मजदूरों को फिर से तेलंगाना में बनाया गया है बंधक, बंधकों में बच्चे भी है शामिल, परिजनों ने की शिकायत – तीव कुमार सोनी
देवभोग । गरियाबंद जिले के अंतर्गत आनेवाले देवभोग क्षेत्र के 25 मजदूरों को तेलंगाना में फिर बंधक बनाया गया है। बंधक बनाए गए मजदूर बाड़ीगांव और भरुवामुड़ा गावं के निवासी बताए जा रहे हैं। बंधक बनाए गए मजदूरों के परिजनों ने देवभोग एसडीएम के पास शिकायत दर्ज कराते हुए कहा है कि उनके बंधक बनाए गए मजदूरों में उनके परिवार के करीब आधा दर्जन बच्चे भी शामिल हैं।
वहीं परिजनों ने एसडीएम से ठेकेदार द्वारा उन्हें प्रताड़ित करने का भी आरोप लगाया है। देवभोग एसडीएम ने बंधक बनाए गए मजदूरों को परिजनों को भरोसा दिलाया है कि वह जल्द ही एक टीम तेलंगाना के लिए रवाना करने का आश्वासन दिलाया है।
गरियाबंद के बाड़ीगॉव का देवानंद नागेश है, देवानंद के परिवार के 13 सदस्य तेलंगाना के करीमनगर में बंधक है और देवानंद उन्हें छुडाने की गुहार लगाने के लिए देवभोग एसडीएम के पास पहुंचा है, वैसे कुछ दिन पहले तक देवानंद और उसकी पत्नि भी वही बंधक थे मगर उसके ससुराल वालों ने ठेकेदार को 60 हजार रुपये देकर उन्हें तो छुडा लिया पर उसके माता पिता और परिवार के कुल 13 लोग अभी भी ठेकेदार के चंगुल में फंसे हुए हैं जिन्हें छुड़ाने की गुहार लगाने के लिए देवानंद अधिकारियों के चक्कर काट रहा है।
गरियाबंद के भरुवामुडा का एक ओर परिवार वही पर ठेकेदार के चंगुल में फंसा हुआ है, परिवार का मुखिया भुवन पीएम आवास मिलने के लालच में उनके साथ नही जा पाया मगर उसकी पत्नि और नाबालिक बेटे सहित उसके परिवार के कुल 12 सदस्य तेलगांना में बंधक बने हुए हैं, भुवन ने मामले के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि कुछ महीने पहले ओडिसा का एक ठेकेदार ईट भट्टे पर काम करने के ज्यादा पैसे देने का लालच देकर उसके परिवार के लोगों को लेकर गया था मगर वहॉ जाकर बहुत कम मजदूरी दी जा रही है साथ ही काम भी ज्यादा लिया जा रहा है, यही नही भुवन ने बताया कि अब उनके परिवार के लोगों से ठेकेदार ने मोबाइल छीन लिये हैं और उनसे मारपीट करना शुरु कर दिया है।
गौरलतब है जिले के मजदूरों का बंधक बनाया जाना कोई नयी बात नही है,इसी साल अब तक सैंकड़ों मजदूरों को बंधक बनाये जाने और फिर जिला प्रशासन द्वारा उन्हें छुडाये जाने के कई मामले सामने आ चुके है, अब एक बार फिर 25 मजदूरों के बंधक बनाये जाने की बात सामने आने के बाद जिला प्रशासन ने उन्हें छुडाने की कवायद तो शुरु कर दी है मगर सबसे अहंम और महत्वपूर्ण बात यही है कि आखिर जिले के मजदूरों को पलायन के लिए मजबूर क्यों होना पड़ रहा है।