मदरसों के विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त करें”- केदार कश्यप” मदरसों के विद्यार्थियों को मिला निःशुल्क शाला गणवेश…
”मदरसों के विद्यार्थी अपने लक्ष्य को प्राप्त करें”- केदार कश्यप
मदरसों के विद्यार्थियों को मिला निःशुल्क शाला गणवेश
रायपुर 10 अगस्त। छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड द्वारा आज यहाँ प्रो. जे.एन. पाण्डे शा. बहु. उ. मा. वि. रायपुर के ऑडिटोरियम में आयोजित समारोह में प्रदेश के स्कूल शिक्षा मंत्री माननीय केदार कश्यप जी ने मदरसों में अध्ययनरत विद्यार्थियों को शाला गणवेश प्रदान किया। इस अवसर पर उन्होंने मदरसा संचालकों एवं मदरसों के शिक्षक-शिक्षिकाओं को शिक्षण सहायक सामग्री भी वितरित की ।
छ.ग.मदरसा बोर्ड द्वारा आयोजित निःशुल्क शाला गणवेश एवं शिक्षण सहायक सामग्री वितरण समारोह में मुख्यअतिथि की आसंदी से उन्होंने कहा कि मदरसों में अध्ययन करने वाले विद्यार्थियों को राज्य शासन द्वारा शिक्षा हेतु आवश्यक हर संसाधन मुहैया कराया जा रहा है। मदरसों के विद्यार्थी खूब लगन से पढें और अपने लक्ष्य को प्राप्त करें। श्री कश्यप ने कहा कि मदरसों में पहले निःशुल्क पुस्तक एवं गणवेश का प्रावधान नहीं था। इसकी चिंता हमारे प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह ने की और आज मदरसों को निःशुल्क पाठ्य पुस्तकेंं भी मिल रही हैं , शाला गणवेश भी दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में संचालित 216 प्राथमिक मदरसे तथा 88 पूर्व माध्यमिक मदरसों के कुल 15,999 छात्र-छात्राओं को शाला गणवेश दिया जा रहा है। मदरसों से आए हुए छात्र-छात्राओं से सीधे संवाद करते हुए उन्होंने कहा कि सभी बच्चे खेलकूद में भाग लें। अभी खेलने-कूदने की उम्र है। पढ़ाई के साथ-साथ खेलना भी जरूरी है।उन्होंने सभी छात्र-छात्राओं को इस अवसर पर शुभकामनाएँ दीं। श्री कश्यप ने मदरसा बोर्ड द्वारा प्रकाशित “उर्दू-हिन्दी डिक्शनरी” एवं “उर्दू अदब की तारीख़ ”दो पुस्तकों का विमोचन भी किया। इन दोनों पुस्तकों के लेखक डॉ. जियाउर्रहमान सिद्दीकी प्रोफेसर अलीगढ़ मुस्लिम वि.वि. हैं। उक्त दोनों पुस्तकें मदरसों के विद्यार्थियों के लिए अत्यंत उपयोगी है।
समारोह में विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित माननीय रामप्रताप सिंह जी अध्यक्ष , छ.ग.राज्य वन औषधी बोर्ड ने कहा कि मदरसा बोर्ड शिक्षा के क्षेत्र में लगातार कार्य कर रहा है। उनहोंने बोर्ड के अध्यक्ष मिर्जा एजाज बेग के प्रयासों की सराहना करते हुए कहा कि शिक्षा के जितने भी आयाम है उसका समावेश मदरसा बोर्ड के पाठ्यक्रम में किया गया है । मदरसा बोर्ड का पाठ्यक्रम स्कूलों की तरह ही बनाया गया है। इसका उद्देश्य यह है कि मदरसे के विद्यार्थी भी आगे बढे़, तरक्की करें। छ.ग. मदरसा बोर्ड के अध्यक्ष माननीय मिर्जा एजाज बेग ने कहा कि मदरसों के विद्यार्थियों को निःशुल्क शाला गणवेश आज दिया जा रहा है यह बड़ी खुशी की बात है। प्रदेश में संचालित मदरसों को इसी सत्र में फर्नीचर भी प्रदान किया गया है। उन्होंने इसके लिये माननीय स्कूल शिक्षा मंत्री एवं माननीय मुख्यमंत्री जी के प्रति आभार व्यक्त किया। श्री बेग ने कहा कि मदरसों में अच्छी से अच्छी शिक्षा मिले इसके लिये छ.ग.शासन एवं छ.ग.मदरसा बोर्ड लगातार प्रयासरत है।समारोह में श्री मो. अकरम कुरैशी अध्यक्ष, छ.ग. राज्य उर्दू अकादमी, श्री मौलाना अकबर अली फारूकी चेयरमेन, यूनानी मेडिकल कॉलेज, उर्दू अकादमी के उपाध्यक्ष द्वय श्री शफीक अहमद उर्फ फुग्गा भाई एवं श्रीमती नजमा अजीम खान, श्री एस. प्रकाश, संचालक लोकशिक्षण संचालनालय छत्तीसगढ़, श्री ए.एन. बंजारा, जिला शिक्षा अधिकारी रायपुर, छ.ग. मदरसा बोर्ड के सदस्यगण श्री गुलाम कादर खान, श्री जुल्फेकार कादरी, श्री मिर्जा साजिद पठान, श्री सूफी एजाज रिजवी, श्री निजाम ,छ.ग. उर्दू अकादमी के सदस्य द्वय श्री अब्दुल हफीज एवं श्री जकी भाई, छ.ग. मदरसा बोर्ड के सचिव डॉ. इम्तियाज़ अहमद अंसारी, सहायक संचालक श्री पी.पी.द्विवेदी, श्री एम.आर.सावंत प्राचार्य विशिष्ट अतिथि के रूप में उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन मौलाना जहीरूद्दीन रहबर एवं आभार प्रदर्शन डॉ. इम्तियाज़ अहमद अंसारी , सचिव छ.ग.मदरसा बोर्ड ने किया। समारोह में रायपुर जिले में संचालित मदरसों के संचालकगण, शिक्षक-शिक्षिकाएँ एवं छात्र-छात्राएँ बड़ी संख्या में उपस्थित थे।सचिव
छत्तीसगढ़ मदरसा बोर्ड , रायपुर