*एक और छात्रा की जिंदगी छीनी मलेरिया ने,2 छात्रों की पहले ही हो चुकी हैं मौत* *मलेरिया के जकड़ में पूरा गांव,बाढ़ बना स्वास्थ्य अमले के लिए रोड़ा* *क्षेत्र में विकास का दावा करने वालों के लिए यह खबर आइना दिखाता हुआ*

0
Spread the love

*एक और छात्रा की जिंदगी छीनी मलेरिया ने,2 छात्रों की पहले ही हो चुकी हैं मौत*

 

*मलेरिया के जकड़ में पूरा गांव,बाढ़ बना स्वास्थ्य अमले के लिए रोड़ा*

 

*क्षेत्र में विकास का दावा करने वालों के लिए यह खबर आइना दिखाता हुआ*

 

 

✍️रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद

 

 

गरियाबंद:-जिले में लगातार मलेरिया का कहर जारी है,1 अगस्त दिन मंगलवार को ग्राम पंचायत जंगल धवलपुर के जरन्डी में कक्षा पांचवी में पढाई करने वाली एक छात्रा की मौत मलेरिया से होने की जानकारी ग्रामीणों ने दी है।घटना की जानकारी लगते ही आज बुधवार को जिला मलेरिया अधिकारी मनमोहन ठाकुर एंव स्वास्थ्य विभाग का अमला ग्राम जरन्डी जंगल धवलपुर के लिए पहुंचे, लेकिन बागडी नदी में भारी उफान और बाढ के चलते मलेरिया अधिकारी गांव तक नहीं पहुंच पाए,अब तक इसी क्षेत्र में मलेरिया से तीन बच्चों की मौत हो चुकी है,एसडीएम भूपेंद्र साहू गरियाबंद समेत पूरा प्रशासनिक अमला आज जरन्डी धवलपुर गांव पंहुचा हुआ है।मलेरिया अधिकारी मनमोहन ठाकुर ने चर्चा में बताया कि ग्राम जरन्डी धवलपुर में मितानिन द्वारा जांच करने पर छात्रा कुमारी कौशल्या ओंटी उम्र 11 वर्ष को मलेरिया पाॅजिटिव मिली थी। उन्हें दवाईयां भी दी गई थी,छात्रा की बुधवार को मौत होने की जानकारी मिली है।उन्होंने बताया कि नदी में भारी बाढ होने के कारण गांव तक स्वास्थ्य विभाग का अमला गांव तक नहीं पहुंच पाया था,लेकिन मोबाइल के माध्यम से ग्रामीणों को दवा देने के साथ साफ सफाई पर विशेष ध्यान देने की अपील की गई है। वहीं टीम आज बोट के माध्यम से गांव पहुंची है।

 

*नदी में बाढ के कारण अस्पताल तक नहीं पहुंची छात्रा*:- क्षेत्र में विकास का दावा करने वालो के मुंह पर यह खबर तमाचा जड़ने के जैसा हैं। जहां आवागमन सुविधा के अभाव के चलते एक मासूम बच्ची की जान चली गई। तहसील मुख्यालय मैनपुर से महज 16 किलोमीटर दुर गरियाबंद विकासखण्ड के अंतिम छोर में बसा गांव जरन्डी धवलपुर में पिछले चार पांच दिनों से मलेरिया का प्रकोप देखने को मिल रहा है। गांव में घर-घर बकायदा स्वास्थ्य कार्यकर्ता मितानिन द्वारा दवा भी उपलब्ध कराया जा रहा है।छात्रा कौशल्या ओंटी पिता धनेश्वर ओंटी जो कक्षा पांचवीं की छात्रा थी,चार दिन पहले जांच रिपोर्ट मलेरिया पाॅजिटिव आई थी।जिसकी मौत 1 अगस्त को हो गई।

 

*मलेरिया के जकड़ में परिवार*:-उन्हें दवाईयां भी दी गई थी, लेकिन कल तबीयत अचानक बिगड़ गई,परिजन और गांव वाले उन्हें जिला अस्पताल ले जाने की पूरी तैयारी किए,लेकिन बागड़ी नदी में भारी बाढ के कारण छात्रा को अस्पताल तक नहीं ले जा सके,जिससे उसकी मौत हो गई,साथ ही उनके परिवार में और भी लोग मलेरिया से पीड़ित बताए जा रहे हैं।

 

*मलेरिया से हुई बच्ची मौत-सरपंच*:-सरपंच जंगल धवलपुर बिन्देश्वरी ठाकुर एंव सरपंच प्रतिनिधि लोकेश ठाकुर ने बताया कि उन्हें कल पता चला कि गांव में मलेरिया फैला हुआ है, लेकिन नदी में बाढ होने के कारण नहीं जा पाए,ग्रामीणों ने मलेरिया से छात्रा की मौत होने की जानकारी दी है।

 

*दो छात्रों की पहले भी हो चुकी मौत*:-बता दें कि मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के ग्राम पंचायत गोबरा में एक पखवाडे पूर्व मलेरिया से कक्षा पांचवी में पढ़ाई करने वाले दो छात्रों की मौत हो चुकी है। इसके बाद जिला प्रशासन ने क्षेत्र के सभी स्कूल छात्रावासों में मलेरिया जांच और दवा देने के निर्देश दिए।

 

*आपदा मोचन की मदद से गांव तक पहूंची टीम*:- मामले की सूचना बुधवार को प्रशासन को लग गई थी। अभियान के जिला समन्वयक ठाकुर मनमोहन सिंह स्वास्थ्य अमला गांव को लेकर गांव भी पहुंचे थे बागड़ी नदी में बाढ़ के कारण टीम बैरंग लौट गई। आज गरियाबंद एसडीएम भूपेंद्र साहु के नेतृत्व में दोबारा टीम गांव पहूंची। नदी पार करने एनडीआरएफ की मदद ली गई। टीम में मलेरिया रोधी अभियान की स्टेट कोर्डिनेटर अंजू विश्वान  भी मौजूद थीं। टीम ने गांव में 53 लोगों की मलेरिया जांच किया जिसमे दो पॉजिटिव मिले। पहले से 5 लोग मलेरिया पॉजिटिव थे।7 में से 6 को उपचार के लिए टीम अपने साथ जिला अस्पताल ले गई। अफसरों ने पीड़ित परिवार को मिलकर ढांढस भी बंधाया। हर संभव मदद का भरोसा दिलाया है। एसडीएम भूपेंद्र साहू ने कहा की स्वास्थ्य अमला आज 53 लोगों का जांच किया है। कल तक पूरे गांव में जांच हो जाएगा। जिनमे भी लक्षण पाया गया है,उनका उपचार कराया जा रहा है। साथ में गए गरियाबंद जनपद सीईओ नरसिंह ध्रुव ने गांव की साफ सफाई के लिए ग्राम पंचायत को निर्देशित किया है।

 

*गढ्ढो के पानी में मिला मच्छरों का घर*-टीम ने पुरे गांव का मुआयना किया,65 परिवार में लगभग 250 की आबादी वाले इस गांव में सफाई नही था,10 से ज्यादा गढ्ढे दिखे जिसमे पानी भरा हुआ था,सभी गढ्ढों में मच्छर के लारवा मिले।स्वास्थ्य अमला ने सभी गढ्ढों में केरोसिन का छिड़काव किया,दीवारों में डीडीटी का भी छिड़काव कराया।मीडिया से चर्चा करते हुए अभियान की स्टेट  कोर्डिनेटर अंजू विश्वान ने कहा की सभी गढ्ढे में लारवा मिले। सेंपलिंग कलेक्ट किया गया है,ग्रामीणों को भी चाहिए की वे सफाई का ध्यान रखे,मच्छरदानी का प्रयोग करें। तबियत बिगड़ने पर तत्काल नजदीकी अस्पताल तत्काल जाए। पहुंच विहीन क्षेत्रों में हम ग्रामीणों के बगैर सहयोग के ज्यादा क्या कर सकेंगे।

 

 

*क्या कहते हैं मलेरिया अधिकारी*:- मलेरिया अधिकारी मनमोहन ठाकुर ने बताया कि जरन्डी धवलपुर में कक्षा पांचवी के छात्रा कौशल्या ओंटी की चार दिन पहले जांच रिर्पोट में मलेरिया पाॅजिटिव आई थी। छात्रा की कल मौत होने की जानकारी मिली है, जानकारी लगते ही हम लोग भी स्वास्थ्य विभाग के टीम के साथ गांव के लिए निकले थे, लेकिन गांव के सामने बडी बाकडी नदी है,जिसमें भारी बाढ है,शाम 6 बजे तक हम लोग उफनते नदी पार करने की कोशिश किए, लेकिन नदी पार नहीं कर पाए,अब आज यानि गुरूवार को बोट के सहारे पूरी टीम गांव पहुंचकर जांच कि जा रही है।

 

विद्यालय के प्रधान पाठक ने बताया कि छात्रा कौशिल्या ओंटी पिछले तीन चार दिनों से स्कूल नहीं आ रही थी,उन्हें बुखार था।उनके निधन की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि आज भारी बारिश के कारण नदी में बाढ आने से मैं भी स्कूल नहीं पहुंच पाया हूं।

 

*25 सालों से नदी में पुलिया के लिए मांग अधूरा*:- सरपंच संघ जिला अध्यक्ष बलदेवराज ठाकुर ने बताया कि जंगल धवलपुर के अंतर्गत पड़ने वाली बागड़ी नदी के लिए विगत 20,25  सालों से मांग करते आ रहे हैं,लेकिन राज्य में भाजपा से कांग्रेस बनी अब तक किसी सरकार ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया,आवागमन के अभाव के कारण आज गांव के एक मासूम बच्ची की जान चली गईं। सही समय पर उपचार होता तो बच्ची की जान बच सकती थी।

*क्या कहते हैं मलेरिया अधिकारी*:- मलेरिया अधिकारी मनमोहन ठाकुर ने बताया कि जरन्डी धवलपुर में कक्षा पांचवी के छात्रा कौशल्या ओंटी की चार दिन पहले जांच रिर्पोट में मलेरिया पाॅजिटिव आई थी। छात्रा की कल मौत होने की जानकारी मिली है, जानकारी लगते ही हम लोग भी स्वास्थ्य विभाग के टीम के साथ गांव के लिए निकले थे, लेकिन गांव के सामने बडी बाकडी नदी है,जिसमें भारी बाढ है,शाम 6 बजे तक हम लोग उफनते नदी पार करने की कोशिश किए, लेकिन नदी पार नहीं कर पाए,अब आज यानि गुरूवार को बोट के सहारे पूरी टीम गांव पहुंचकर जांच कि जा रही है।

विद्यालय के प्रधान पाठक ने बताया कि छात्रा कौशिल्या ओंटी पिछले तीन चार दिनों से स्कूल नहीं आ रही थी,उन्हें बुखार था।उनके निधन की जानकारी मिली है। उन्होंने बताया कि आज भारी बारिश के कारण नदी में बाढ आने से मैं भी स्कूल नहीं पहुंच पाया हूं।

*25 सालों से नदी में पुलिया के लिए मांग अधूरा*:- सरपंच संघ जिला अध्यक्ष बलदेवराज ठाकुर ने बताया कि जंगल धवलपुर के अंतर्गत पड़ने वाली बागड़ी नदी के लिए विगत 20,25 सालों से मांग करते आ रहे हैं,लेकिन राज्य में भाजपा से कांग्रेस बनी अब तक किसी सरकार ने इस पर कोई संज्ञान नहीं लिया,आवागमन के अभाव के कारण आज गांव के एक मासूम बच्ची की जान चली गईं। सही समय पर उपचार होता तो बच्ची की जान बच सकती थी।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed