*मासूम की मौत का कौन है जिम्मेदार स्वास्थ्य, सड़क या सिस्टम* *पगडंडी जर्जर सड़क के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से कक्षा दुसरी के छात्र चन्द्रहास की मौत*

0
Spread the love

*रिपोर्ट:- नागेश्वर मोरे जिला संवाददाता गरियाबंद*

 

*मासूम की मौत का कौन है जिम्मेदार स्वास्थ्य, सड़क या सिस्टम*

*पगडंडी जर्जर सड़क के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंचने से कक्षा दुसरी के छात्र चन्द्रहास की मौत*

 

 

गरियाबंद:- जिले के आदिवासी विकासखण्ड मैनपुर क्षेत्र से हृदय विदारक घटना सामने आई है, गांव तक पक्की सड़क नही होने के कारण जहरीला सर्प के काटने से एक मासूम का समय पर ईलाज नही होने से काल के गाल मे समा गया और तो और उससे भी दुख की बात यह है कि मृतक मासूम की लाश को गांव तक पक्की सड़क नहीं होने के कारण पिता और परिजनों ने मोटर सायकल के सहारे रोते बिखलते घर तक पहुंचाया।

 

 

तहसील मुख्यालय मैनपुर से लगभग 36 किलोमीटर दुर ग्राम पंचायत भुतबेडा के आश्रित ग्राम तेन्दुछापर के शासकीय प्राथमिक शाला में पढाई करने वाले कक्षा दुसरी के छात्र चन्द्रहास पिता सीताराम नेताम उम्र 07 वर्ष अपने परिजनों के साथ जमीन पर सोया हुआ था और आज गुरूवार तड़के चार बजे के आसपास कक्षा दुसरी के छात्र चन्द्रहास को जहरीले सर्प ने काट दिया उन्होंने तत्काल अपने माता पिता को इसकी सूचना दी और परिजनों ने सर्प को पकड़कर मारा तथा मासूम को गांव से लगभग तीन किलोमीटर दुर कच्ची दलदल पगडंडी मार्ग से लेकर सड़क तक पहुंचे और 108 संजीवनी एक्सप्रेस के माध्यम से मैनपुर सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र लाया गया, लेकिन काफी देर हो चुकी थी और छात्र चन्द्रहास की रास्ते में ही मौत हो गई।

 

 

मैनपुर अस्पताल पहुचने पर डाॅक्टरों ने छात्र चन्द्रहास को मृत घोषित कर दिया जिसके पश्चात मृतक का पंचनामा व पोस्टमार्डम कर बकायदा मृतक छात्र के शव को स्वास्थ्य विभाग द्वारा मुक्तांजली वाहन से उनके घर के लिए रवाना किया गया, लेकिन ग्राम तेन्दुछापर तक पक्की सडक नही होने के कारण भूतबेडा मुख्य सड़क तक मुक्तांजलि वाहन से पहुचाया।

 

 

*मोटर सायकल के सहारे मृतक के शव को रोते बिलखते परिजन ले गये*

ग्राम तेन्दुछापर तक पक्की सडक नही होने के कारण परिजनों ने मोटर सायकल के बीच में लकडी के पट्टा रखकर उसके ऊपर मासूम छात्र के शव को लिटाकर तेन्दुछापर ग्राम के लिए रवाना हुए लेकिन इस तीन किलोमीटर कच्ची सड़क में जगह जगह दलदल और कीचड़ होने के कारण मृतक के पिता को अपने कलेजे के टुकडे के शव को बार बार मोटर सायकल से भी उतारना पडता था, फिर मोटर सायकल को धक्का देना पड़ता फिर शव को मोटर सायकल में रखकर आगे बढते।

 

ऐसे उन्हे तीन से चार बार करना पडा इस दौरान मृतक के परिजन शव रखे मोटर सायकल के पीछे पीछे दौड रहे थे और तो और मृतक के छोटे छोटे भाई बहन बार बार यही पुछ रहे थे कि उनके भाई क्यों सो गया है भाई कब उठेगा यह दृश्य देख लोगों की आंखें नम हो गई।

 

*उदासीन जनप्रतिनिधियों के प्रति क्षेत्र के लोगो में भारी आक्रोश*

 

ज्ञात हो कि मैनपुर विकासखण्ड क्षेत्र के राजापडाव, गौरगांव ईलाके के ग्रामीण हमेशा पुल पुलिया और सडक की मांग को लेकर आंदोलन करते आ रहे है, लेकिन आज तक उनके कीमती वोंटो से चुने हुए सांसद और विधायक भुतबेडा, गरीबा,गौरगांव क्षेत्र के दौरा पर एक बार भी नही पहुंचे है और तो और आला अफसर भी इस क्षेत्र में बहुत कम पहुंचते है जिसके कारण इस क्षेत्र के लोग मूलभूत बुनियादी सुविधाओं के लिए तरस रहे है, यदि ग्राम तेन्दुछापर तक तीन किलोमीटर पक्की सडक बन गया होता तो समय पर इलाज मिल पाता और आज शायद इस गरीब परिवार का चिराग नहीं बुझा होता क्षेत्र के ग्रामीणों में सडक निर्माण नही होने से भारी आक्रोश दिखाई दे रहा है।

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

You may have missed