होटल ताज के डेटा में लगी सेंध, करीब 15 लाख ग्राहकों की जानकारी खतरे में
मुंबई
एक रिपोर्ट के अनुसार, टाटा के स्वामित्व वाले देश के बेहद प्रतिष्ठित ताज होटल में हाल ही में हुए डेटा लीक मामले में लगभग 1.5 मिलियन लोगों की निजी जानकारी में सेंध लग गई है। खबर है कि 'डैनकुकीज' नाम का साइबर अपराधी 5,000 डॉलर में ताज के ग्राहकों से जुड़ी कई व्यक्तिगत जानकारियां बेचने की पेशकश कर रहा है। हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
ताज होटल ग्रुप चलाने वाली इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड (आईएचसीएल) के प्रवक्ता ने कहा, ''अपराधी, जिसे 'डैनकुकीज' के नाम से जाना जाता है, वह संपूर्ण डेटासेट, पते, सदस्यता आईडी, मोबाइल नंबर और अन्य व्यक्तिगत पहचान योग्य जानकारी (पीआईआई) के लिए 5,000 डॉलर की मांग कर रहा है।
आईएचसीएल के प्रवक्ता ने कहा कि हमें किसी ऐसे व्यक्ति के बारे में अवगत कराया गया है जो सीमित ग्राहक डेटा सेट के कब्जे का दावा कर रहा है जो गैर-संवेदनशील प्रकृति का है। हमारे ग्राहकों के डेटा की सुरक्षा हमारे लिए सबसे महत्वपूर्ण है।' साथ ही प्रवक्ता ने कहा कि हम इस दावे की जांच कर रहे हैं और संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है। हम अपने सिस्टम की निगरानी करना जारी रखे हुए हैं।
हालांकि, दिल्ली पुलिस ने अभी तक इस बात की पुष्टि नहीं की है कि उन्हें ताज होटल समूह से ऐसी कोई शिकायत मिली है या नहीं। यहां बता दें कि हाल के दिनों में भारत में डेटा लीक और साइबर अटैक की घटनाएं चिंताजनक स्तर पर बढ़ी हैं। इससे पहले हाल में आईसीएमआर और उससे पहले दिल्ली एम्स और आईआरसीटीसी के डेटाबेस पर हमला कर करोड़ों लोगों का डेटा लीक हुआ था।