कांग्रेस सरकार बनने पर मध्य प्रदेश में मिलेगा सबको न्याय : खडगे
नई दिल्ली
कांग्रेस अध्यक्ष मिल्लिकार्जुन खडगे ने कहा है कि मध्य प्रदेश की जनता भाजपा के शासन से त्रस्त हो चुकी है और आने वाले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की जीत होगी तथा प्रदेश के सभी वर्गोँ के साथ न्याय होगा।
खडगे ने ट्वीट किया “मध्य प्रदेश में युवाओं, महिलाओं, दलितों, आदिवासियों तथा पिछड़े वर्गों को कुछ ही दिनों में न्याय मिलने वाला है। पिछले 18 वर्ष के भाजपाई अन्याय, अत्याचार, भ्रष्टाचारी कुशासन पर पूर्ण विराम लगेगा। इस बार जनता मध्य प्रदेश में पिछले दरवाज़े से अलोकतांत्रिक भाजपा सरकार नहीं बनने देगी। इस बार दग़ाबाज़ों को करारा जवाब मिलेगा।”
उन्होंने कहा कि विधानसभा चुनाव में मध्य प्रदेश में उनकी पार्टी बहुमत हासिल कर सरकार बना रही है। उन्होंने कहा, “कांग्रेस पार्टी पूर्ण बहुमत की ओर अग्रसर है। आज मध्य प्रदेश के विषय में केंद्रीय चुनाव समिति की महत्वपूर्ण बैठक हुई।”
कांग्रेस मप्र में 15 अक्टूबर को घोषित कर सकती है उम्मीदवारों की पहली सूची
नई दिल्ली
कांग्रेस की केंद्रीय चुनाव समिति (सीईसी) ने मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवारों के चयन को लेकर चर्चा की और नवरात्र के पहले दिन 15 अक्टूबर को प्रत्याशियों की पहली सूची जारी की जा सकती है।
कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे की अध्यक्षता में हुई सीईसी की बैठक में पार्टी के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी, सीईसी के अन्य सदस्य, पार्टी महासचिव एवं मध्य प्रदेश प्रभारी रणदीप सुरजेवाला, प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष कमलनाथ और कई अन्य नेता शामिल हुए।
बैठक के बाद कमलनाथ ने कहा कि सीईसी की बैठक में 60 सीटों पर चर्चा हुई और आगे फिर चर्चा होगी। उन्होंने कहा कि श्राद्ध के बाद उम्मीदवारों की घोषणा की जाएगी।
कमलनाथ ने संवाददाताओं से कहा, ''सीईसी की बैठक में लगभग 60 सीटों पर विचार-विमर्श किया गया है। हम फिर से चर्चा करेंगे। इसके बाद उम्मीदवारों की अंतिम सूची जारी करेंगे। श्राद्ध के बाद सूची जारी करेंगे।''
उन्होंने कहा, ''हम उस रफ्तार से चल रहे हैं ताकि 15 अक्टूबर को अपनी सूची जारी कर सकें। जितनी चर्चा हो, उतना अच्छा है क्योंकि बहुत सारी चीजें उभरकर सामने आती हैं।''
सुरजेवाला ने कहा, ''कई सीटों को लेकर चर्चा हुई, बहुत सकारात्मक चर्चा हुई। प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष जिस तरह से समन्वय बना रहे हैं उससे लगता है कि कांग्रेस बड़ी जीत की ओर बढ़ रही है।''
उन्होंने कहा कि एक तरफ भाजपा की सिर-फुटव्ल है और दूसरी तरफ कांग्रेस का आत्म-विश्वास है।
इससे पहले सात अक्टूबर को मध्य प्रदेश को लेकर सीईसी की बैठक हुई थी। उस बैठक में उम्मीदवारों के चयन पर चर्चा के साथ ही पार्टी ने तय किया था कि मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव में जाति आधारित जनगणना उसका मुख्य एजेंडा होगा।
मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए गठित, कांग्रेस की स्क्रीनिंग कमेटी ने पिछले महीने दो दिनों की बैठक में संभावित उम्मीदवारों के नामों पर विचार किया था।
प्रदेश में सत्तारूढ़ भाजपा अब तक 136 सीट पर अपने उम्मीदवारों के नाम घोषित कर चुकी है। उसने केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर, प्रह्लाद सिंह पटेल और फग्गन सिंह कुलस्ते तथा पार्टी के कई अन्य सांसदों को मध्य प्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए उम्मीदवार बनाया है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान विदिशा जिले के बुधनी से उम्मीदवार बनाए गए हैं।
मध्य प्रदेश की 230 सदस्यीय विधानसभा के आगामी चुनाव के लिए 17 नवंबर को मतदान होगा और मतों की गिनती तीन दिसंबर को होगी।
वर्ष 2018 में हुए पिछले विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 230 सदस्यीय विधानसभा में 114 सीटें जीती थीं और गठबंधन सरकार बनाई थी। भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस चुनाव में 109 सीटें जीती थीं।
कांग्रेस के कद्दावर नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया के नेतृत्व में विधायकों के एक गुट के विद्रोह के चलते कमलनाथ अपना कार्यकाल पूरा नहीं कर सके और मार्च 2020 में उनके नेतृत्व वाली सरकार गिर गई। सिंधिया गुट के विधायकों के समर्थन से बाद में भाजपा सत्ता में लौटी और शिवराज सिंह चौहान चौथी बार मुख्यमंत्री बने।
इंदौर में चुनावी अमले ने कारों से ले जाई जा रही 36 लाख रुपये से ज्यादा की संदिग्ध नकदी पकड़ी
इंदौर
मध्यप्रदेश के इंदौर जिले के अलग-अलग ग्रामीण क्षेत्रों में चुनावी अमले ने गुजरे 24 घण्टों के दौरान 36 लाख रुपये से ज्यादा संदिग्ध नकदी पकड़ी है। पुलिस के एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी।
राज्य में 17 नवंबर को होने वाले विधानसभा चुनावों के मद्देनजर आदर्श आचार संहिता लागू है।
पुलिस उपाधीक्षक (डीएसपी) उमाकांत चौधरी ने बताया कि गौतमपुरा क्षेत्र में 18.55 लाख रुपये, सांवेर क्षेत्र में 12 लाख रुपये, ग्वालू फाटा क्षेत्र में चार लाख रुपये और बड़गोंदा क्षेत्र में 1.9 लाख रुपये की संदिग्ध नकदी पकड़ी गई है।
उन्होंने बताया कि यह नकदी कारों के जरिये ले जाई जा रही थी और इन वाहनों में सवार लोग नकदी के बारे में चुनावी अमले को संतोषजनक जवाब नहीं दे सके।
डीएसपी ने बताया कि संदिग्ध नकदी के बारे में आयकर विभाग को भी सूचना दे दी गई है और जांच जारी है।