ईरान के ठिकाने पर अमेरिका की दूसरी एयरस्ट्राइक, 9 लोग ढेर

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न्यूयोर्क
इजरायल हमास के बीच जारी जंग के दौरान पूर्वी सीरिया (Syria) में स्थित अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ईरानी समर्थित समूह की तरफ से हमले किए जा रहे हैं. इस हमले के जवाब में अमेरिका ने बुधवार (8 नवंबर) को हवाई हमला किया, जिसमें ईरानी समर्थित समूह के कुल 9 लोगों के मारे जाने की खबर है. अमेरिका ने ये हमला ईरानी समर्थित मिलिशिया की तरफ से इस्तेमाल की जाने वाली हथियारों के गोदाम पर किया.

अमेरिका ने 2 F-15 फाइटर जेट की मदद से ईरान के रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े हथियारों के गोदामों पर हमला किया. इस बात की जानकारी अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने दी. उन्होंने कहा कि हमारे लिए अमेरिकी सैनिकों की रक्षा से बढ़कर कुछ भी नहीं है. हमने इस कार्रवाई से इस बात को साबित कर दिया कि अमेरिका अपने सैनिकों के हितों के लिए कुछ भी करेगा.

2 हफ्तों के दौरान दूसरी बार हमला
अमेरिका ने बीते 2 हफ्तों के दौरान दूसरी बार सीरिया में मौजूद ईरानी रिवोल्यूशनरी गार्ड से जुड़े हथियारों के गोदामों को निशाना बनाया है. अमेरिका ने जानकारी दी कि पिछले 17 अक्टूबर से कम से कम 40 ऐसे हमले किए गए हैं, जिसमें अमेरिकी सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया गया है. अमेरिका ईरान और उसके सहयोगियों को इजरायल-हमास की लड़ाई को क्षेत्रीय युद्ध में बदलने से रोकने की कोशिश कर रहा. इसकी वजह से वो ईरानी समर्थित ठिकानों पर हमला कर कंट्रोल कर रहा है और अमेरिका और ईरान के बीच संघर्ष बढ़ने का खतरा भी मंडरा रहा है.

आपको बता दें कि पिछले महीने 7 अक्टूबर को हमास समूह की तरफ से इजरायल पर हमला किया गया, जिसमें अब तक 1400 इजरायलियों की मौत हो चुकी है. इजरायल का दावा है कि ईरान हमास को समर्थन दे रहा है, जिसकी वजह से पूर्वी सीरिया में स्थित अमेरिका के सैन्य ठिकानों पर ईरानी समर्थित समूह ने हमला किया था, जिसके बाद अमेरिका ने भी जवाबी हमले किए.

ईरान और सीरिया में अमेरिकी सैनिक
पेंटागन के मुताबिक बीते 17 और 18 अक्टूबर को ईरान समर्थित समूह की तरफ से अमेरिकी सैनिकों के सैन्य ठिकानों पर हमला किया गया. इस हमले में कुल 45 सैनिक कर्मी घायल हुए थे. इनमें से 32 सैनिक दक्षिण पूर्वी सीरिया में अल-तनफ गैरीसन में मौजूद थे और 13 पश्चिमी इराक में अल-असद हवाई अड्डे पर थे. इस्लामिक स्टेट समूह को दोबारा से रोकने के लिए अमेरिका ने ईरान में लगभग अपने 2,500 और सीरिया में 900 सैनिकों को  तैनात किया है.

आपको बता दें कि एक समय इस्लामिक स्टेट समूह के कब्जे में ईरान समेत सीरिया के महत्वपूर्ण क्षेत्रों में कब्जा था, लेकिन कई सालों के खूनी संघर्ष और इंटरनेशनल देशों के तरफ से किए गए एयर स्ट्राइक की वजह से IS को पीछे हटने पर मजबूर होना पड़ा.

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