नक्सल प्रभावित 10 सीटों पर सुबह 7 से 3 बजे तक होगा मतदान
रायपुर
भारत निर्वाचन आयोग ने छत्तीसगढ़ में 7 नवम्बर को होने वाले मतदान के लिए समय निर्धारित कर दिया है। जिसके तहत बस्तर, जगदलपुर, चित्रकोट, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, डोंगरगढ़, राजनांदगांव, डोंगरगांव, खुज्जी में सुबह 8 से 5 बजे तक। नक्सल प्रभावित क्षेत्र मोहला मानपुर, अंतागढ़, भानुप्रतापपुर, कांकेर, केशकाल, कोंडागांव, नारायणपुर, दंतेवाड़ा, बीजापुर, कोंटा में सुबह 7 से 3 बजे तक मतदान होगा।
ऐसा पिछले चुनाव में भी हुआ था। मतदान दल शाम ढलने से पहले जिला मुख्यालयों तक पहुंच सकें इसलिए ऐसा किया गया है। बस्तर संभाग में इस साल 126 नए मतदान केंद्रों की स्थापना की गई है। सभी केंद्र धुर नक्सल प्रभावित इलाकों में हैं। इन इलाकों में चुनाव करवाना एक बड़ी चुनौती होगी। ऐसे केंद्रों से मतदान दलों को दोपहर 3 बजे के बाद हेलीकॉप्टर के माध्यम से बाहर निकाला जाएगा।
बताया जा रहा है कि जिन केंद्रों तक पहुंचने के लिए सडक़ है वहां पर फोर्स की तगड़ी तैनाती के बीच मतदान दलों को पहुंचाया जाएगा।अंदरूनी इलाकों में जहां सडक़ जर्जर हैं, वहां पर तेजी से मरम्मत का काम करवाया जा रहा है ताकि मतदान दल आसानी से पहुंच सकें।
भारत निर्वाचन आयोग ने देश के 5 राज्यों में चुनाव की तारीखों का ऐलान कर दिया है। छत्तीसगढ़ समेत राजस्थान, मध्य प्रदेश, तेलंगाना और मिजोरम में विधानसभा चुनाव होने हैं। उनमें छत्तीसगढ़ इकलौता राज्य है, जहां 2 चरणों में चुनाव होंगे। इसकी वजह प्रदेश में नक्सलियों का खतरा है, इसलिए यहां ज्यादा सुरक्षा इंतजामों की जरूरत होगी।
7 नवंबर को पहले चरण में इन 20 सीटों पर वोटिंग
राजनांदगांव, डोंगरगढ़ (SC), डोंगरगांव, खुज्जी, पंडरिया, कवर्धा, खैरागढ़, मोहला-मानपुर (ST), कांकेर (ST), अंतागढ़ (ST), भानुप्रतापपुर (ST), केशकाल (ST), कोंडागांव (ST), नारायणपुर (ST), बस्तर (ST), जगदलपुर (ST), चित्रकोट (ST), दंतेवाड़ा (ST), बीजापुर (ST), कोंटा (ST)
7 नवंबर को नक्सल प्रभावित 20 सीटों पर वोटिंग
पहले चरण में 7 नवंबर को नक्सल प्रभावित 20 सीटों में वोटिंग होगी। इससे पहले हुए इलेक्शन में ये संख्या 18 थी लेकिन इस बार कवर्धा और पंडरिया विधानसभा सीट को भी इसमें शामिल किया गया है। इनमें बस्तर संभाग की 12 और राजनांदगांव लोकसभा क्षेत्र की 8 विधानसभा सीटें शामिल हैं।
छत्तीसगढ़ में बनाए गए 13 हेलीपैड
प्रदेश के नक्सल प्रभावित इलाके, जहां घने जंगल और पथरीले रास्ते हैं, वहां चुनाव के मद्देनजर पहले ही सुरक्षाबलों ने तैयारियां की है।
सुरक्षा से जुड़े सूत्रों ने बताया कि छत्तीसगढ़ में बूथ तक पहुंचने और इमरजेंसी के लिए नए 13 हेलीपैड बनाए गए है। ये ऐसे हेलीपैड है, जहां रात के समय भी लैंडिंग की जा सकती है और इमरजेंसी में कभी भी एयर एम्बुलेंस उतारा जा सकता है। नक्सल प्रभावित इलाकों में गृह मंत्रालय ने सुरक्षा बलों की मौजूदगी को बढ़ाया है। इलेक्शन के लिए बड़ी संख्या में सुरक्षाबल छत्तीसगढ़ पहुंचेंगे। ऐसे में हेलीकॉप्टर्स के टेक ऑफ और लैंडिग के लिए भी विशेष व्यवस्था की गई है।