भोपाल: डॉग ट्रेनिंग सेंटर में बिजनेसमैन के कुत्ते की फांसी लगाकर हत्या, CCTV फुटेज से हुआ खुलासा

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भोपाल

मध्‍य प्रदेश से क्रूरता की हद पार करने वाली तस्‍वीरें सामने आई हैं। राजधानी भोपाल में कुत्तों को प्रशिक्षण देने वाले तीन लोगों ने एक विशेष नस्ल के कुत्ते की हत्या कर दी। डॉग ट्रेनर ने कुत्ते को गेट पर लटका कर फांसी दी। वहीं, पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भोपाल में इस तरह की क्रूरता का यह पहला मामला सामने आया है।

पुलिस के अनुसार, शराब कारोबारी निखिल जायसवाल ने एक कुत्ता खरीदा था और वह इसे ट्रेनिंग दिलवाना चाहते थे, इसके लिए उन्होंने कुछ डॉग ट्रेनर को चुना। निखिल जायसवाल ने रवि कुशवाहा, नेहा तिवारी और तरुण दास के ट्रेनिंग सेंटर में कुत्ते को छोड़ा था। इन डॉग ट्रेनर में जिसमें एक महिला भी शामिल है, सभी ने कुत्ते को गेट में लटका कर फांसी दे दी। इन लोगों का आरोप पकड़ा भी नहीं जाता अगर पीछे लगे सीसीटीवी कैमरे में यह घटना कैद नहीं होती।

बता दें कि निखिल जायसवाल (22) मूलत: वेयर हाउस रोड, काला पीपल मंडी, शाजापुर के रहने वाले हैं और शराब कारोबारी हैं। उन्होंने एक पाकिस्तानी बुली (आलसेशियन डॉग) नस्ल का एक डॉग खरीदा था। वह अपने डॉग को ट्रेंड कराना चाहते थे, इसलिए 1 मई 2023 को सहारा स्टेट स्थित डॉग ट्रेनिंग एंड बोर्डिंग सेंटर में डाला था। इस सेंटर का संचालक रवि कुशवाह है। ट्रेनिंग देने के लिए रवि ने उन्हें 13 हजार रुपये प्रतिमाह का खर्चा बताया था। डॉग की ट्रेनिंग सितंबर महीने में पूरी होनी थी। 14 सितंबर को निखिल ने सेंटर पर फोन लगाकर बोला कि वह अपना डॉग लेने आ रहे हैं तो ट्रेनर रवि कुशवाह ने मना किया और बोला कि अभी डॉग को उसी के पास रहने दो। अभी डॉग की ट्रेनिंग अधूरी है, लेकिन वह उसकी फीस नहीं लेगा और फ्री में डॉग को ट्रेंड करके देगा।

फोन कर बताया सांस नहीं चल रही
पुलिस को दी गई शिकायत में निखिल ने बताया कि बीती 9 अक्टूबर को अचानक रवि ने फोन करके बताया कि उनके डॉग की सांस नहीं चल रही है, वह सेंटर पर ही सीपीआर दे रहे हैं। निखिल ने उसे अस्पताल लेकर जाने का बोला, लेकिन सेंटर वाले अस्पताल नहीं ले गए। उसके बाद निखिल शाम को शाजापुर से सेंटर पहुंचे तो पता चला कि डॉग की मौत हो चुकी है। निखिल ने जब सेंटर में लगे सीसीटीवी कैमरों की रिकार्डिंग मांगी तो पता चला कि दोपहर ढाई बजे के पहले की पूरी रिकार्डिंग डिलीट कर दी गई है। जब उन्होंने अंदर की रिकार्डिंग मांगी तो उन्हें तीन घंटे तक बाहर बिठाए रखा गया और बताया कि रिकार्डिंग डाउनलोड नहीं हो पा रही है। निखिल ने जब डॉग का पीएम कराने की बात कही तो संचालक ने बोला कि उसकी बात हो गई है और अस्पताल चले जाएं जहां पीएम हो जाएगा। वह अस्पताल पहुंचे, लेकिन जब पीएम नहीं हुआ तो अपने डॉग को लेकर घर लौट गए और उसका अंतिम संस्कार कर दिया। निखिल अपने पालतू डॉग सुल्तान पर 12 से 15 लाख रुपये खर्च कर चुके थे।

वीडियो में दिखी सच्चाई
निखिल ने इस मामले की शिकायत 11 अक्टूबर को पुलिस से की थी। उसके बाद पुलिस ट्रेनिंग सेंटर पहुंची और डीवीआर जब्त की। सायबर सेल की मदद से डीवीआर का डाटा रिकवर कराया गया तो उसमें 9 अक्टूबर को दोपहर करीब डेढ़ बजे रवि कुशवाह उसके सहयोगी तरुण दास और नेहा उर्फ प्रिया तिवारी कुत्ते को फांसी का फंदा लगाकर हत्या करते हुए दिखाई दिए। रवि और नेहा ने कुत्ते के गले में रस्सी और पट्टे का फंदा बांधकर उसे लोहे के गेट से लटका दिया था। करीब 10 मिनट तक तड़पने के बाद कुत्ते ने आखिरकार दम तोड़ दिया। पुलिस ने तीनों के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है।

आरोपियों ने CCTV फुटेज कर दिया था डिलीट

पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने सीसीटीवी कैमरे का फुटेज डिलीट कर दिया था, लेकिन साइबर क्राइम ब्रांच पुलिस ने उसे डाटा को रिट्रीव कर लिया, जिसमें यह खौफनाक घटना कैद हुई थी। पहले तो आरोपियों ने कुत्ते की मौत का कारण कुछ और बताना चाहा, लेकिन कारोबारी की जिद के बाद जब सीसीटीवी फुटेज रिट्रीव की गई तो यह बर्बर घटना सामने आई।

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