सीबीआई करेगी सेंसर बोर्ड पर रिश्वत के आरोपों की जांच

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नई दिल्ली
 केन्द्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने अभिनेता विशाल द्वारा लगाए गए आरोपों पर तीन लोगों और केन्द्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड (सीबीएफसी) के एक अज्ञात अधिकारियों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

विशाल ने आरोप लगाया था कि उन्हें उनकी फिल्म ‘मार्क एंटनी’ के लिए प्रमाण पत्र प्राप्त करने के लिए 6.5 लाख रुपये का भुगतान करना पड़ा। अधिकारियों ने बृहस्पतिवार को यह जानकारी दी।

प्राथमिकी में नामित आरोपी व्यक्तियों के परिसर सहित मुंबई में चार स्थानों पर छापेमारी के बाद यह कार्रवाई हुई है।

सीबीआई ने मर्लिन मेनगा, जीजा रामदास, राजन एम. और सीबीएफसी के एक अज्ञात लोक सेवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।

सीबीआई के प्रवक्ता ने बताया, ”यह आरोप लगाया गया है कि एक फिल्म को हिंदी में डब करने के लिए सितंबर 2023 के दौरान एक व्यक्ति ने अन्य लोगों के साथ मिलकर मुंबई सीबीएफसी से सेंसर प्रमाण पत्र दिलाने के नाम पर सात लाख रुपये रिश्वत की साजिश रची थी।”

उन्होंने बताया कि आरोप लगाया गया कि उक्त साजिश को अंजाम देने के लिए आरोपी ने शुरू में सीबीएफसी मुंबई के अधिकारियों की ओर से रिश्वत की मांग की थी। अधिकारी के मुताबिक, बातचीत के बाद रिश्वत की राशि घटकर 6.54 लाख रुपये हो गई थी।

प्रवक्ता ने एक बयान में बताया, ”महिला ने सीबीएफसी मुंबई के अधिकारियों की ओर से दो अन्य आरोपियों के दो बैंक खातों में 6.54 लाख रुपये की रिश्वत कथित तौर पर प्राप्त की थी। जिसके बाद हिंदी में डब फिल्म के लिए 26 सितंबर 2023 को जरूरी प्रमाण पत्र सीबीएफसी मुंबई द्वारा कथित तौर पर जारी किया गया।”

उन्होंने बताया कि आरोप लगाया गया है कि उक्त राशि के अलावा आरोपी महिला ने काम कराने के लिए 20 हजार रुपये की राशि अपने बैंक खाते में भी प्राप्त की थी।

 

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