कुपोषण व रक्त अल्पता के बचाव हेतु घर घर जाकर कृमि नाशक दवाई खिलाई जा रही है(15 मार्च से 22 मार्च तक)
कुपोषण व रक्त अल्पता के बचाव हेतु घर घर जाकर कृमि नाशक दवाई खिलाई जा रही है(15 मार्च से 22 मार्च तक) बालोद–विकास खंड गुरूर में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जी आर रावटे के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग एवम् मितानिनों के समन्वय से लक्षित समूह 1 वर्ष से19 वर्ष के सभी बच्चों को घर घर जाकर कृमि नाशक दवाई खिलाई जा रही है जिनका मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण रक्त अल्पता विकार को दूर करना जिनसे बच्चों में आने वाली स्वास्थ्य समस्या दूर हो। हम कृमि संक्रमण से कैसे बचें कृमि संक्रमण से बचने के लिए समुदाय के लोगो को व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा जैसे खुले मैदान में शौच जाने से मना करना, शौच के बाद साबुन पानी से नियमित हाथों की धुलाई बच्चो की नाखून कटे हो, शौचालय में बिना चप्पल के न घूंसे, खाने पीने की चीजों को ढककर रखें, बाजारों से लाए गए फल सब्जी को अच्छी तरह धोकर पकाकर खाए, पीने के पानी निकालने हेतु हैंडल वाले बर्तन का उपयोग करें एवम् बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए। गोली का सेवन कैसा किया जावे एलबेंडाजल का गोली मीठी होती हैं गोली को पीछकर छोटे बच्चों को खिलाएं एवम् बड़े बच्चे चबाकर खाएं तो इनका परिणाम प्रभावकारी रहता हैं एवम् श्वास नली में रुकने का डर नहीं रहता सभी पालको से अपील किया जाता है अपने 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवाई अवश्य खिलाएं। बालोद गुरूर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्टबालोद–विकास खंड गुरूर में खंड चिकित्सा अधिकारी डॉ जी आर रावटे के निर्देशन में स्वास्थ्य विभाग, महिला बाल विकास विभाग एवम् मितानिनों के समन्वय से लक्षित समूह 1 वर्ष से19 वर्ष के सभी बच्चों को घर घर जाकर कृमि नाशक दवाई खिलाई जा रही है जिनका मुख्य उद्देश्य बच्चों में कुपोषण रक्त अल्पता विकार को दूर करना जिनसे बच्चों में आने वाली स्वास्थ्य समस्या दूर हो।
हम कृमि संक्रमण से कैसे बचें
कृमि संक्रमण से बचने के लिए
समुदाय के लोगो को व्यवहार में परिवर्तन लाना होगा जैसे खुले मैदान में शौच जाने से मना करना, शौच के बाद साबुन पानी से नियमित हाथों की धुलाई बच्चो की नाखून कटे हो, शौचालय में बिना चप्पल के न घूंसे, खाने पीने की चीजों को ढककर रखें, बाजारों से लाए गए फल सब्जी को अच्छी तरह धोकर पकाकर खाए, पीने के पानी निकालने हेतु हैंडल वाले बर्तन का उपयोग करें
एवम् बच्चों का नियमित स्वास्थ्य परीक्षण कराए।
गोली का सेवन कैसा किया जावे
एलबेंडाजल का गोली मीठी होती हैं गोली को पीछकर छोटे बच्चों को खिलाएं एवम् बड़े बच्चे चबाकर खाएं तो इनका परिणाम प्रभावकारी रहता हैं एवम् श्वास नली में रुकने का डर नहीं रहता
सभी पालको से अपील किया जाता है अपने 1 से 19 वर्ष के सभी बच्चों को कृमि नाशक दवाई अवश्य खिलाएं।
बालोद गुरूर से ऋषभ पाण्डेय के साथ के.नागे की रिपोर्ट