Month: November 2023

हरदा के कांग्रेस नेता सुरेंद्र जैन द्वारा नशीले पदार्थों को लेकर दिए बयान की चुनाव आयोग में शिकायत

भोपाल. भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने सोमवार को मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी को ज्ञापन सौंपा, जिसमें हरदा जिले...

कांग्रेस मतलब ’तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा’ – अमित शाह

राघौगढ़/चंदेरी. कांग्रेस का मतलब तीन तिगाड़ा काम बिगाड़ा। करप्शननाथ, कमलनाथ, बंटाढार दिग्विजय सिंह और सोनिया गांधी। कमलनाथ नकुलनाथ को सीएम...

दीवाली गुजरते ही आधी रात से शहर को साफ रखने जुटे नगर निगम के सफाई मित्र

रायपुर शहरवासियों ने दीपोत्सव का महापर्व पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया , देर रात तक हुई आतिशबाजी, फटाकों और घर...

भाजपा महिला मोर्चा ने कमल मेहंदी रचाकर किया मतदान का आह्वान

भोपाल. भारतीय जनता पार्टी महिला मोर्चा द्वारा दीपावली के अवसर पर कमल मेहंदी अभियान शुरू किया है। भाजपा महिला मोर्चा...

कुश के सोंटे खाये मुख्यमंत्री बघेल ने किया परंपरा का निर्वाह

दुर्ग दिवाली के दूसरे दिन सोमवार को मुख्यमंत्री भूपेश बघेल जिले के जंजगिरी पहुंचे और गौरा-गौरी पूजन समारोह में शामिल...

विश्व कप सेमीफाइनल में भारत के ‘खतरे’ से निपटने के लिए अनुभव पर भरोसा : डेवोन कोंवे

मुंबई. न्यूजीलैंड के सलामी बल्लेबाज डेवोन कोंवे ने कहा है कि बुधवार को यहां विश्व कप सेमीफाइनल में शानदार फॉर्म...

भूपेश, अकबर और ढेबर की सरकार छत्तीसगढ़ को दोनों हाथों से लूटने का काम कर रही : साव

मुंगेली मुंगेली में जनसभा को संबोधित करते हुए भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव ने कहा कि यह मुंगेली जिला पूरी...

भाजपा ने कमलनाथ के खिलाफ धार्मिक उन्माद फैलाने की शिकायत चुनाव आयोग में की

भोपाल. भारतीय जनता पार्टी के एक प्रतिनिधि मंडल ने चुनाव आयोग में मध्यप्रदेश के प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ के खिलाफ...

पहले चरण से स्पष्ट तीन चौथाई बहुमत से कांग्रेस सरकार फिर बन रही

रायपुर कांग्रेस की छत्तीसगढ़ प्रभारी कुमारी सेलजा ने राजीव भवन में पत्रकारों से चर्चा करते हुये कहा कि पहले चरण...

12 एकड़ में फैले कचरे को एक माह बाद भी नहीं सुखा पाई कंपनी

खंडवा संत रैदास वार्ड में करीब 12 एकड़ क्षेत्र में फैले ट्रेंचिंग ग्राउंड में कचरे के ढेरों को खत्म करने...

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*कृषि विभाग के बीज ग्राम योजना अंतर्गत जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर कृषकों के खिले चेहरे* देवभोग:- केंद्र और राज्य सरकार द्वारा संचालित बीज ग्राम योजना अंतर्गत स्थानीय जनप्रतिनिधियों के हाथों बीज पाकर किसानों के चेहरों में मुस्कान देखने को मिला हैं। ज्ञात हो कि देवभोग विकासखंड अंतर्गत के सैकड़ों किसान इन दिनों ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन,तिलहन एवं मक्का फसल लगाने में ज्यादा रुचि ले रहे हैं। जिसका नजारा देखने को मिला देवभोग कृषि विभाग द्वारा बीज वितरण कार्यक्रम में जहां किसानों ने उन्नत किस्मों के बीज लेकर रबी फसल का कार्य शुरू कर दिया हैं। क्षेत्र के किसानों को 60 हेक्टेयर के लिए बीज प्रदाय किया गया एवं चना 100 किसानों को अब तक वितरण किया जा चुका हैं। इसी कड़ी आज देवभोग कृषि विभाग द्वारा सैकड़ों किसानों को चना,मक्का,गेहूं, मसूर एवं अन्य बीज जिला पंचायत सभापति श्रीमती धनमति यादव, जनपद पंचायत अध्यक्ष नेहा सिंघल,कृषि स्थाई समिति सभापति असलम मेमन द्वारा कृषकों को बीज वितरण किया गया। इस अवसर पर वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे.एन.नाग,ग्रामीण कृषि विस्तार अधिकारी बसंत कश्यप,संतोष नेताम,ईश्वर दिवान,एवं कृषक लूदर मांझी,शत्रुघन मांझी,उग्रसेन यदु,गिरीश नागेश,हेमसिंह मरकाम,त्रिनाथ मांझी समेत सैकड़ों किसान मौजूद रहे। *क्या है बीज ग्राम योजना*:-बीज ग्राम योजना के तहत 2 से 3 तीन गांव समूहों को मिलाकर एक किसान समूह तैयार किया जाता है। यह किसान समूह 50 से 100 किसानों का होता है तथा इसके पास 0.1 हेक्टेयर भूमि में अलग-अलग फसलों के उन्नत किस्म के बीज तैयार किए जाते हैं। इस योजना के तहत किसानों को बीज बुवाई से कटाई तक आरएसएससी द्वारा प्रशिक्षण दिया जाता है। इससे किसानों के द्वारा बीज उत्पादन करके आय को बढ़ाने में मदद मिलती है। बता दें कि इस योजना का क्रियान्वयन देश भर में 2014-15 से किया जा रहा है। योजना के तहत ग्राम पंचायत स्तर पर बीज प्रसंस्करण सह बीज भंडार गोदामों की स्थापना,राष्ट्रीय बीज रिजर्व,निजी क्षेत्र में बीज उत्पादन को प्रोत्साहन और गुणवत्ता नियंत्रण अवसंरचना सुविधाओं के सुदृढ़ीकरण के माध्यम से देश में उत्पादन और उत्पादकता बढ़ाने को किसानों के लिए गुणवत्ता पूर्ण बीजों के उत्पादन व आपूर्ति के उद्देश्य की पूर्ति करना है। *वहीं वरिष्ठ कृषि विकास अधिकारी जे. एन. नाग ने कहा शासन द्वारा विभागीय संचालित योजनाओं का कृषि विभाग द्वारा कृषकों को नियमानुसार जनप्रतिनिधियों के उपस्थिति में बीज वितरण किया जा रहा हैं,आगामी रबी एवं ग्रीष्म कालीन धान फसल के बदले दलहन, तिलहन एवं मक्का फसल बोने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा हैं।*