राष्ट्रीय

राजस्थान-अलवर कलेक्टर का फोटो लगाकर अधिकारियों को भेजे व्हाट्स एप मैसेज, साइबर ठग बेलगाम

अलवर. साइबर ठगों ने एक विदेशी फर्जी व्हाट्स एप नंबर पर खैरथल तिजारा के जिला कलेक्टर किशोर कुमार की फोटो...

सिंध में लड़की ने जहर देकर मौत की नींद सुलाए परिवार के 13 लोग, नहीं मानी थी बस एक बात

कराची पाकिस्तान के सिंध से एक दिल दहला देने वाली खबर सामने आई है। यहां पुलिस ने रविवार को एक...

राजस्थान-अजमेर में यू ट्यूबर मि. खान की तेज रफ्तार कार ने मारी टक्कर, साइकिल सवार की मौत

अजमेर. अजमेर के फॉयसागर रोड पर कल रात एक तेज रफ्तार इनोवा ने एक साइकिल सवार अधेड़ को कुचल दिया।...

राजस्थान के अस्पतालों में लागू होगा एबीडीएम, स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा तकनीकी कदम

जयपुर. आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) के क्रियान्वयन को लेकर भारत सरकार देश की स्वास्थ्य सेवाओं को डिजिटल रूप से...

सेंट लूसिया किंग्स ने जीता CPL खिताब, प्रीति जिंटा को क्रिकेट में नसीब हुई खुशी…

नई दिल्ली सेंट लूसिया किंग्स कैरेबियन प्रीमियर लीग 2024 की चैंपियन बन गई। फाइनल में किंग्स ने गयाना अमेजन वॉरियर्स...

राजस्थान-सवाई माधोपुर में मलाइका और सूफी सिंगर ने समां बांधा, बर्थडे पार्टी में पहुंचे बॉलीवुड सितारे

सवाई माधोपुर. जिले के चौथ का बरवाड़ा कस्बे में स्थित होटल सिक्स सेंसेज में रविवार रात को उद्योगपति एमपी जालान...

भारतीय टीम में वापसी करना पुनर्जन्म जैसी लगता है: वरुण चक्रवर्ती

ग्वालियर लेग स्पिनर वरुण चक्रवर्ती ने लगभग तीन साल बाद भारतीय टीम में वापसी को ‘पुनर्जन्म’ और ‘भावनात्मक क्षण’ करार...

पश्चिम बंगाल में बीरभूम की कोयला खदान में जोरदार धमाका, 7 मजदूरों की मौत और कई घायल

बीरभूम पश्चिम बंगाल के बीरभूम जिले में स्थित एक कोयला खदान में धमाका होने की वजह से 7 लोगों की...

कार्तिक आर्यन की ‘भूल भुलैया 3’ का ट्रेलर टला, कारण अजय देवगन की ‘सिंघम अगेन’

कार्तिक आर्यन की फिल्म 'भूल भुलैया 3' को लेकर बड़ा अपडेट सामने आया है। 7 अक्टूबर 2024 को इस फिल्म...

रायबरेली में टला रेल हादसा, पटरी न देख ड्राइवर ने रोकी ट्रेन, बालू के ढेर से ढंक गया था ट्रैक

 रायबरेली रायबरेली में  रात लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा ट्रेन हादसा टल गया. जानकारी के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।