छत्तीसगढ़

TMC ने पोस्टर लगाकर उड़ाया मजाक, पश्चिम बंगाल में चुनावी बिगुल फूंकने जा रहे अमित शाह

नई दिल्ली केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह बुधवार को पश्चिम बंगाल के कोलकाता में एक विशाल रैली को संबोधित करने...

‘मतगणना में गड़बड़ी की आशंका’; बृजमोहन बोले- सरकारी कर्मचारियों पर दबाव बना रही भूपेश सरकार

रायपुर. छत्तीसगढ़ चुनाव खत्म होने के बाद अब दावों, कयासों और आशंकाओं का दौरा चल रहा है। इसी कड़ी में...

एक और भारतीय तेज गेंदबाज ने गुपचुप की शादी…ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे टी20 मुकाबले में ली थी छुट्टी

नई दिल्ली टी20 मुकाबले के बीच एक और भारतीय तेज गेंदबाज शादी के बंधन में बंधे। भारतीय तेज़ गेंदबाज़ मुकेश...

गोल्ड ने तोड़े सारे रिकॉर्ड, ऑल टाइम हाई पर पहुंचा, चांदी 77,000 पार, जानिए भाव

 नईदिल्ली सोने की कीमतों (Gold Price Today) में लगातार तेजी देखने को मिल रही है। घरेलू बाजार में सोने के...

‘कॉफी विद करण सीजन 8’ के छठे एपिसोड में रानी मुखर्जी ने सुनाया शादी का किस्सा

मुंबई 'कॉफी विद करण सीजन 8' के छठे एपिसोड में चचेरी बहनें काजोल और रानी मुखर्जी साथ में नजर आने...

भिलाई : हाईवा और कार में हुई आमने-सामने की टक्कर, तीन लोगों की मौके पर ही हुई मौत

भिलाई. भिलाई के जामुल थाना क्षेत्र के दुर्ग धमधा मार्ग पर भीषण सड़क हादसे में तीन लोगों की मौके पर...

राष्ट्रीय मुक्केबाजी चैम्पियनशिप: थापा और पंघाल क्वार्टरफाइनल में पहुंचे

शिलांग एशियाई चैम्पियनशिप के छह बार के पदक विजेता शिवा थापा (63.5 किग्रा) और विश्व चैम्पियनशिप के रजत पदक विजेता...

भाजपा महाराष्ट्र की 26 सीटों पर ताल ठोकेगी, सहयोगी दलों में हड़कंप

मुंबई अगले साल होने वाले लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र की लड़ाई कई मायनों में बेहद अहम होगी। हालांकि सभी कि...

बांधवगढ़ में 5 लोगों की जान लेने वाले से 2 आदमखोर बाघ वन विहार भोपाल पहुंचे !

भोपाल मध्य प्रदेश में पांच लोगों को मौत के घाट उतारने वाले बांधवगढ़ रिजर्व पार्क के बाघों को भोपाल के...

सांसद संतोष ने ली विधानसभावार चुनावी समीक्षा बैठक

राजनांदगांव. बीजेपी के बस्तर संभाग प्रभारी और राजनांदगांव सांसद संतोष पाडेय ने भाजपा जिला कार्यालय में विधानसभा चुनाव की विधानसभावार...

You may have missed

” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।