छत्तीसगढ़

जनता ने भाजपा को मुख्यमंत्री का चेहरा ढूंढने का अवसर नहीं दिया, फिर कांग्रेस की सरकार बन रही है : ठाकुर

रायपुर प्रदेश में फिर कांग्रेस की सरकार बन रही है। जनता ने भाजपा को मुख्यमंत्री का चेहरा ढूंढने का अवसर...

कर्मचारियों को 4% डीए पर फैसला तीन दिसंबर के बाद

भोपाल मध्यप्रदेश के कर्मचारियों को केन्द्र सरकार के कर्मचारियों की तरह चार प्रतिशत अतिरिक्त डीए देने के प्रस्ताव पर तीन...

वित्त वर्ष 2023 में भारतीय छात्रों को 1.40 लाख से अधिक वीजा जारी किए गए: अमेरिकी विदेश विभाग

वित्त वर्ष 2023 में भारतीय छात्रों को 1.40 लाख से अधिक वीजा जारी किए गए: अमेरिकी विदेश विभाग न्यूयॉर्क अमेरिकी...

संयुक्त राष्ट्र दूत ने सीरिया में तनाव कम करने का आह्वान किया

संयुक्त राष्ट्र सीरिया के लिए संयुक्त राष्ट्र के उप विशेष दूत नजत रोचडी ने सीरिया में तत्काल तनाव कम करने...

यूएनजीए में भारत ने हमास-इजरायल हमले में नागरिकों की मौत की निंदा की

संयुक्त राष्ट् फिलिस्तीन पर संयुक्त राष्ट्र महासभा की बैठक में भारत ने हमास आतंकवाद और इजरायल की जवाबी कार्रवाई में...

जनता पर बिना अतिरिक्त बोझ डाले घोषणा पत्र के वायदे पूरे करेगी कांग्रेस सरकार

रायपुर विगत 5 वर्षों में भूपेश सरकार ने सुशासन और समृद्धि का उत्कृष्ट मॉडल देश के सामने प्रस्तुत किया है।...

राहुल गांधी फिर से वायनाड से लोकसभा चुनाव लड़ेंगे : तारिक अनवर

तिरुवनंतपुरम  एआईसीसी महासचिव और केरल के प्रभारी तारिक अनवर ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी फिर से वायनाड से...

थाना गाडासरई पुलिस द्वारा भैंस-पड़ां को क्रूरतापूर्वक वाहन में परिवहन करते पकड़े दो आरोपियों के विरूध्द कार्यवाही कर मवेशी व वाहन जप्त किया गया

डिण्डौरी पुलिस अधीक्षक  संजीव कुमार सिन्हा के निर्देशन एवं अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक जगन्नाथ मरकाम, अनुविभागीय अधिकारी पुलिस अनुभाग डिण्डौरी  के.के....

मतगणना से पहले भगवान की शरण में पहुंचे नेता- मंत्री, यहां 18 प्रत्याशियों की जीत के लिए हो रही गुप्त पूजा

भोपाल मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) समेत 5 राज्यों के चुनाव परिणाम (Elections Result) तीन दिसंबर को आने हैं. चुनाव प्रचार...

24 के लोकसभा चुनाव में छत्तीसगढ़ भाजपा का घोषणा पत्र बनेगा देश भर में चुनावी मुद्दा : बैज

रायपुर छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनावों के लिये भाजपा का घोषणा पत्र को कांग्रेस 24 के लोकसभा चुनाव में देश भर...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।