छत्तीसगढ़

श्रमिक भाईयों के सुरंग से निकलने तक हर पल उनकी चिंता करते रहे प्रधानमंत्री जीः -विष्णुदत्त शर्मा

भोपाल  उत्तरकाशी के सिलक्यारा सुरंग में हमारे श्रमिक भाई जब तक फंसे रहे, प्रधानमंत्री जी जो दुनिया के सर्वाधिक लोकप्रिय...

बिजली कंपनी के सहायक यंत्री को 12 हजार रुपये की र‍िश्‍वत लेते पकड़ा

उज्जैन लोकायुक्त डीएसपी सुनील तालान ने बताया कि तीन दिन पहले बिजली विभाग में ठेकेदारी करने वाले राधेश्याम सिसौदिया ने...

आयोग की वेबसाइट और वोटर हेल्पलाइन एप पर देखे जा सकेंगे विधानसभा निर्वाचन के परिणाम

भोपाल मध्यप्रदेश विधानसभा निर्वाचन-2023 के लिए दिनांक 17 नवम्बर को हुए मतदान की 3 दिसंबर को मतगणना होगी। मुख्य निर्वाचन...

बालाघाट मामले में चुनाव आयोग का एक्शन, तहसीलदार के बाद SDM निलंबित

बालाघाट बालाघाट में डाक मत पत्रों की समय से पहले शॉर्टिंग के मामले में एसडीएम गोपाल सोनी को निलंबित कर...

राहुल द्रविड़ बने रहेंगे टीम इंडिया के हेड कोच, BCCI ने दिया एक्सटेंशन

नईदिल्ली तमाम अटकलों के बाद BCCI(भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड) ने टीम इंडिया के हेड कोच को लेकर बड़ा ऐलान कर...

सड़क की सफाई कर रही महिला कर्मचारी को कार ने मारी टक्कर, हो गई मौत

इंदौर इंदौर के वीआईपी रोड पर सुबह एक सफाईकर्मी महिला को कार ने टक्कर मार दी। साथी कर्मचारी महिला को...

IAS अरविंद जोशी की मौत के बाद आईटीएटी ने IT के आय से अधिक संपत्ति मामले को खारिज किया

इंदौर आयकर अपीलीय न्यायाधिकरण (आईटीएटी) ने मध्य प्रदेश कैडर के आईएएस अधिकारी अरविंद जोशी के खिलाफ आयकर विभाग के आय...

अनूपपुर में घने कोहरे से हादसा, ट्रक में घुसा मैजिक वाहन; तीन की मौत

अनूपपुर एमपी में बढ़ती ठंड के बीच सुबह-सुबह घना कोहरा काल बना हुआ है, जिसके चलते सड़क हादसे हो रहे...

सचिन तेंदुलकर ने दिया बड़ा अपडेट, विराट क्या 2027 का भी वनडे वर्ल्ड कप खेलेंगे?

नई दिल्ली. विराट कोहली ने वर्ल्ड कप 2023 में कमाल का प्रदर्शन किया. उन्होंने 3 शतक के दम पर 700...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।