छत्तीसगढ़

मोटरसाइकिल चोर हुआ गिरफ्तार , फिंगेश्वर थाना की कार्यवाही ,( जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार साहू )

फिंगेश्वर | फिंगेश्वर थाना पुलिस ने मोटरसाइकिल चोरी के मामले में फरार आरोपी को गिरफ्तार किया है ।बताया जाता है...

गांजा बेचने के आरोप में युवक गिरफ्तार , (जिला संवादाता – उरेन्द्र कुमार साहू )

छुरा | पुलिस ने मुखबीर की सूचना पर अवैध रूप से गांजा बेचने वाला आरोपी को गिरफ्तार किया है ।...

पांच सुत्रीय माँग को लेकर आम आदमी पार्टी की अनिश्चित कालीन धरना शुरु

सरकार के अधिकारी, कर्मचारी व भ्रष्ट नेताओं के संरक्षण में चल रहा रेत का अवैध कारोबार आम आदमी पार्टी धमतरी...

स्व.पिता की याद में नन्हें पुत्र नीरव ने किए वृक्षारोपण- इतेश सोनी जिला ब्यूरो गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद। हर व्यक्ति अपने पिता का पुनर्जन्म है, पुत्र हमेशा अपने पिता के लिए उनकी यादों के सहारे...

पोषण अभियान में शोषण चरम पर….. छत्तीसगढ़ सँयुक्त प्रगतिशील कर्मचारी महासंघ…… विकास के उपसंचालक (पोषण अभियान) द्वारा बिना प्रशासकीय अनुमोदन के व्हाट्सएप के माध्यम से 67 तकनीकी सलाहकारों की सेवा समाप्ति का फरमान्-मुख्यमंत्री को बदनाम करने साजिश की निंदा-प्रदर्शन

रायपुर। छत्तीसगढ़ शासन महिला बाल विकास विभाग के अधीन पोषण अभियान में कार्यरत् 67 तकनिकी सलाहकार कर्मचारियों को माह-मार्च से...

छुरा थाना प्रभारी ने गिधनी में किया रक्षा समिति का गठन ( जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार साहू )

छुरा | ग्राम पंचायत गिधनी में किया गया रक्षा समिति का गठन , श्रीमान पुलिस अधीक्षक भोजराम पटेल व अतरिक्त...

पाण्डुका थाना प्रभारी ने लोहरसी में किया महिला कमांडो व रक्षा समिति का गठन , जिला संवाददाता – उरेन्द्र कुमार साहू

कोपरा | पाण्डुका थाना क्षेत्र के अंतर्गत ग्राम पंचायत लोहरसी में रक्षा समिति व महिला कमांडो समिति का थाना प्रभारी...

जिला निर्वाचन अधिकारी ने ली राजनैतिक दलों की बैठक

गरियाबंद | भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशानुसार 1 जनवरी 2021 की अर्हता तिथि के संदर्भ में फोटोयुक्त मतदाता सूची का...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।