छत्तीसगढ़

दिव्यांग मितानिन बुधयंतीन के घर पंहुच, विधायक ने जजबे को किया नमन्…

12 वर्षों से अनवरत सेवा देने वाली मितानिन कुर्रे ने समाज के सामने अपने कार्यों के बल पर किया उत्कृष्ट...

प्रभारी मंत्री ताम्रध्वज से कार्यकर्ताओं ने की शिकायत जनपद , देवभोग जनपद सीईओ को हटाने की की मांग

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | प्रभारी मंत्री आज गरियाबंद जिले के दौरे पर है, इस दौरान जिले...

छत्तीसगढ़ी फिल्म अभिनेता व छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के जिलाध्यक्ष राजू दीवान को मिला कलम वीर सम्मान उत्कृष्ट कार्यो के लिए हुए सम्मानित…

छत्तीसगढ़ जर्नलिस्ट यूनियन के धमतरी जिला अध्यक्ष राजू दीवान को मिला कलम वीर सम्मान यह सम्मान उन्हें उनके उत्कृष्ट कार्यो...

जिला स्तरीय मछुवा दिवस हुआ सम्पन्न. संसदीय सचिव हुए शामिल….. बालोद.. अर्जुन्दा में जिला स्तरीय विश्व मछुआ दिवस मनाया गया इस अवसर पर मत्स्य पालन को बढ़ावा देने हेतु मत्स्य किसानो को 24नाव जाल,13मछुआरों को आइस बॉक्स,20 मोटरसाइकिल और 5पंजी मछुआ सह समिति को अनुदान सहायता वितरण किया गया
इस कार्यक्रम के मुख्य अतिथि माननीय संसदीय सचिव कुँवर सिंह निषाद जी ,अध्यक्षता जिला पंचायत अध्यक्ष सोना देवी देशलहरा जी विशेष अतिथि जिला पंचायत कृषि विभाग सभापति ललिता पीमन साहू जी,जनपद पंचायत अध्यक्ष सुचित्रा साहू जी,नगर पंचायत अध्यक्ष चन्द्रहास देवांगन जी,कांग्रेस महामंत्री राजेश बाफना जी ,पोषण दादा जी सहायक उपसंचालक बंजारे जी सभी विकास खंड के मछुआ समिति के अध्यक्ष गण, सदस्य गण और अधिकारी और कर्मचारि गण उपस्थित रहे.

स्मृति ठाकुर जिला पंचायत अध्यक्ष को जन्मदिन की अशेष बधाई एवं शुभकामनाएं

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद | गरियाबंद जिले के जिला पंचायत अध्यक्ष मिलनसार , दमदार , लोगो के...

त्रिवेणी मैया की आरती कर काव्य गोष्ठी का किया शुभारंभ

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद / राजिम | त्रिवेणी मैया की आरती कर काव्य गोष्ठी का किया शुभारंभ।कविता...

प्रदेश अध्यक्ष महिला शक्ति मेघा तिवारी के सन्चालन में पुलिस लाइन में करणी सेना की बैठक हुई संपन्न – इतेश सोनी गरियाबंद

इतेश सोनी गरियाबंद। आज दिनांक 22 तारीख रविवार को प्रदेश अध्यक्ष महिला शक्ति मेघा तिवारी के सन्चालन में पुलिस लाइन...

लड़की का अश्लील वीडियो वाइरल करने वाले आरोपी को ,धर दबोचा

उरेन्द्र साहू जिला संवाददाता : - गरियाबंद / फिंगेश्वर | अश्लील वीडियो बनाकर उसे वाइरल करने वाले आरोपी को फिंगेश्वर...

भगवान, अल्लाह, गॉड ने मुझे राजयोग प्रदान किया है और बड़े वैज्ञानिक अविष्कार करने कहा है | भगवान, अल्लाह, गॉड ने मुझे बताया है की वो ब्रम्हाण्ड और पृथ्वी को कैसे संचालित और नियंत्रित करते है | भगवान, अल्लाह, गॉड ने ही मुझे कोरोना वाईरस की दवाई के बारे में बताया है जिसे मैंने रिसर्च पेपर में लिख कर भारत सरकार को भेजा है | भारत सरकार ने मेरे रिसर्च को मान्य कर मेरे बताये फार्मूले को वैज्ञानिक परिक्षण के लिए भेजा है – तीव कुमार सोनी ( पत्रकार एवं रिसर्चर )

भगवान, अल्लाह, गॉड ने मुझे राजयोग प्रदान किया है और बड़े वैज्ञानिक अविष्कार करने कहा है | भगवान, अल्लाह, गॉड...

धनकर समाज के सामुदायिक भवन का विधायक जी ने किया भूमिपूजन…

बालोद–संजारी-बालोद की लोकप्रिय विधायक संगीता सिन्हा जी के विशेष प्रयास और अनुसंशा से मुख्यमंत्री जी द्वारा धनकर समाज के लिये...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।