छत्तीसगढ़

रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, 75 नदियों का जल लेकर इंदौर से अयोध्या पहुंचेगा ये खास रथ

इंदौर अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण काफी तेजी से चल रहा है. ऐसे में इंदौर में एक रथ का...

रहस्यमयी निमोनिया से भरे अस्पताल, चीन में फिर कोरोना जैसी आफत, WHO भी टेंशन में

चीन चीन अब भी कोरोना वायरस की मार से उबर नहीं पाया है। इस बीच देश में एक और रहस्यमयी...

पाकिस्तान क्रिकेट टीम का नीदरलैंड दौरा अनिश्चित काल के लिए स्थगित

नई दिल्ली पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) के अनुरोध पर 2024 में पाकिस्तानी क्रिकेट टीम का नीदरलैंड दौरा अनिश्चित काल के...

श्योपुर में पॉलिटेक्निक कॉलेज में बनाए गए स्ट्रांग रूम पर निगरानी रख रहे कांग्रेस कार्यकर्ता, प्रत्याशी के बेटे के साथ बाहर बैठे

श्योपुर मध्य प्रदेश में चुनाव के बाद अब कांग्रेस पार्टी को ईवीएम मशीन से खेला होने का डर सता रहा...

राजस्थान में कांग्रेस के पक्ष में माहौल, इस बार बदलेगा रिवाज, प्रचार के आखिरी दिन खरगे का बड़ा दावा

जयपुर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने राजस्थान विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार के आखिरी दिन बड़ा दावा किया है। खरगे...

राजनांदगांव में सीनियर नेशनल व्हीलचेयर बास्केटबॉल प्रतियोगिता का आयोजन, खिलाड़ी दिखाएंगे जौहर

राजनांदगांव. बास्केटबॉल की नर्सरी के रूप में पहचान बना रहे राजनांदगांव में बास्केटबॉल की एक और राष्ट्रीय स्तर की प्रतियोगिता...

24 घंटे में समझौता प्रक्रिया को दिया जाएगा अंतिम रूप, बंधकों की रिहाई शुक्रवार से पहले संभव नहीं

इजराइल इजराइल और हमास बुधवार को चार दिन के अस्थायी युद्ध विराम पर सहमत हो गए जिससे 150 फलस्तीनी कैदियों...

डोपिंग उल्लंघन के लिए युगांडा की धावक जानत चेमुस्तो पर लगा चार साल का प्रतिबंध

कंपाला युगांडा की मध्यम दूरी की धावक जानत चेमुस्तो को एथलेटिक्स इंटीग्रिटी यूनिट (एआईयू) ने डोपिंग उल्लंघन के लिए चार...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।