छत्तीसगढ़

सरकार आचार संहिता से पहले किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण में रिक्त पदों को भरेगी

भोपाल विधानसभा चुनाव की आचार संहिता लगने के पहले राज्य सरकार ने किशोर न्याय बोर्ड और बाल कल्याण समितियों में...

PM Modi की खामोशी को CM अशोक गहलोत ने बताया खतरे की घंटी

उदयपुर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की खामोशी को खतरे की घंटी बताया है। उन्होंने कहा...

*राज्य सभा सांसद शुश्री सरोज पांडेय जी से प्रदेश स्तरी मानिकपुरी पनिका समाज के प्रतिनिधि ने मुलाकात किया*

*राज्य सभा सांसद शुश्री सरोज पांडेय जी से प्रदेश स्तरी मानिकपुरी पनिका समाज के प्रतिनिधि ने मुलाकात किया*    ...

माली में विद्रोहियों के दो हमलों में 49 नागरिकों और 15 सैनिकों की मौत: सेना

बमाको (माली) माली के अशांत उत्तरी क्षेत्र में विद्रोहियों ने बृहस्पतिवार को दो हमले किए जिसमें 49 नागरिकों और 15...

मितानिन दीदियां घर तक पहुंचकर दे रही हैं स्वास्थ्य सुविधाएं : अकबर

कवर्धा प्रदेश के वन, परिवहन, आवास, पर्यावरण, विधि विधायी तथा जलवायु परिवर्तन मंत्री व कवर्धा विधायक श्री मोहम्मद अकबर कवर्धा...

‘बाबर- औरंगजेब का अत्याचार भी सनातन धर्म को नहीं मिटा पाया’, योगी आदित्यनाथ ने साधा विपक्ष पर निशाना

नई दिल्ली 'सनातन धर्म' विवाद पर बिना किसी का नाम लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो सनातन रावण,...

रायगढ़ के होनहारों ने बढ़ाया जिले का मान, कलेक्टर सिन्हा ने किया सम्मान, परिजनों को भी किया सम्मानित

रायगढ़ पीएससी 2023 के नतीजे घोषित किए जा चुके हैं। इस बार पीएससी की टॉपर रायगढ़ से है। इसके साथ...

बहुबली विजय मिश्र पर कसता शिकंजा, बहू समेत सात की प्रॉपर्टी हुई जब्त

ज्ञानपुर ज्ञानपुर के पूर्व विधायक विजय मिश्र की बहू रूपा मिश्रा समेत सात आरोपियों की 69.55 लाख रुपये की संपत्ति...

टाटा स्टील की पहल, स्टील क्षेत्र में पहली बार प्रशिक्षु महिला अग्निशामकों को किया गया शामिल

भिलाई देश के स्टील सेक्टर में पहली बार टाटा स्टील की ओर से प्रशिक्षु महिला अग्निशामकों के बैच को गुरुवार...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।