शिवशंकर सोनपिपरे

Gold smuggling में मुसलमान ही क्यों पकड़े जा रहे, काजी ध्यान दें: लेफ्ट MLA

मलप्पुरम वामपंथी विधायक के टी जलील की की गई इस टिप्पणी से विवाद शुरू हो गया कि मलप्पुरम जिले में...

पाक में चीनियों की फिर से टारगेट किलिंग, आतंकी हमले में 3 की मौत; 17 घायल

 कराची पाकिस्तान में कराची के जिन्ना इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास जोरदार धमाका हुआ है। इसकी चपेट में आने से 3...

रायबरेली में टला रेल हादसा, पटरी न देख ड्राइवर ने रोकी ट्रेन, बालू के ढेर से ढंक गया था ट्रैक

 रायबरेली रायबरेली में  रात लोको पायलट की सूझबूझ से बड़ा ट्रेन हादसा टल गया. जानकारी के मुताबिक रेलवे ट्रैक पर...

छत्तीसगढ़-दंतेवाड़ा पहुंचे उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, माओवादियों से लोहा लेने वाले जांबाज जवानों का बढ़ाया हौसला

दंतेवाड़ा. उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा, कृषि एवं आदि विकास मंत्री रामविचार नेताम एवं वनमंत्री केदार कश्यप आज दंतेवाड़ा पहुंचे। दंतेवाड़ा के...

शेयर मार्केट आज धुंआधार तेजी के साथ खुला, रॉकेट बने ये 10 शेयर

 मुंबई भारतीय शेयर बाजार सोमवार को बढ़त क साथ खुले.इसके पीछे की वजह यह है कि एशियाई बाजारों में बढ़त...

AAP सांसद संजीव अरोड़ा के घर ईडी की रेड, मनीष सिसोदिया ने बीजेपी को घेरा

लुधियाना आम आदमी पार्टी के राज्यसभा सांसद संजीव अरोड़ा के घर पर प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की टीम छापेमारी करने पहुंची...

नवंबर से इन पांच शहरों के लिए मिल सकती है रायपुर से सीधी उड़ान

रायपुर अगले महीने नवंबर से छत्‍तीसगढ़ के हवाई यात्रियों को पांच प्रमुख शहरों के लिए हवाई सेवाओं का तोहफा मिल...

शारदीय नवरात्रि 2024: पांचवे दिन मां स्कंदमाता पूजा विधि

नवरात्रि के पांचवे दिन मां दुर्गा के पांचवे स्वरुप स्कंदमाता की पूजा अर्चना की जाती है। स्कंदमाता माता की पूजा...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।