शिवशंकर सोनपिपरे

पन्ना : 14 वर्षीय सक्षम ने बनाया राष्ट्रीय कीर्तिमान, 4 सेकेंड में A से Z तक टाइप कर ‘इंडिया बुक ऑफ रिकॉर्ड’ में दर्ज कराया नाम

पन्ना पन्ना-जिले में प्रतिभाओं की कमीं नही है। नगर के मध्यमवर्गीय परिवार से 14 वर्षीय बालक सक्षम नामदेव ने साबित...

महू में गरबा को लेकर माहौल गरम, वर्ग विशेष के युवक के आने से विवाद हो गया

 महू  मध्य प्रदेश के महू में गरबा को लेकर माहौल गरम हो गया है। महू तहसील स्थित आंबेडकर विश्वविद्यालय में...

विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने संयुक्त राष्ट्र को बताया पुरानी कंपनी

नई दिल्ली  जमाने की उम्मीदों पर खरा नहीं उतरे तो इंसान हो या संस्थान, हिकारत ही झेलता है। और यही...

चंदा देवी मल्टीस्पेशयलिटी हाॅस्पिटल के नवीन भवन का विधानसभा अध्यक्ष डाॅ. रमन सिंह ने किया लोकार्पण

बलौदाबाजार जिले में स्वास्थ्य सेवा में अग्रणी चंदा देवी मल्टीस्पेशयलिटी हाॅस्पिटल के नवीन भवन का आज पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ. रमन...

छत्तीसगढ़-सीएम विष्णुदेव साय दिल्ली दौरे पर, अमित शाह से 6 राज्यों के सीएम करेंगे सीक्रेट मीटिंग

रायपुर/दंतेवाड़ा. छत्तीसगढ़ के सीएम विष्णुदेव साय रविवार को दिल्ली दौरे के लिए रवाना हो गए हैं। सीएम आज केंद्रीय गृहमंत्री...

छत्तीसगढ़-सरगुजा के गांव में अब तक नहीं पहुंची सड़क, बांस में बांधकर शव ले गए ग्रामीण

सरगुजा. छत्तीसगढ़ के सरगुजा जिले के लखनपुर विकासखंड के पटकुरा पंचायत के आश्रित गांव घटोन में एक बार फिर से...

छत्तीसगढ़-बीजापुर में टावर से गिरा बुजुर्ग, विकास खंड शिक्षा अधिकारी कार्यालय में था तैनात

बीजापुर. उसूर ब्लॉक के मुख्यालय आवापल्ली में टावर गिरने से एक बुजुर्ग की मौत हो गई है। वह विकास खंड...

पाकिस्तान के कप्तान शान मसूद ने सबसे तेज शतक मरकर 10 सालों का सूखा किया ख़त्म

इस्लामाबाद आईसीसी वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप 2023-25 के तहत इंग्लैंड टीम पाकिस्तान में टेस्ट सीरीज खेल रही है। तीन मैचों की...

पांच दिन से लापता 10 साल के मासूम का सिर कटा शव मिला, इलाके में सनसनी

बलरामपुर छत्तीसगढ़ के बलरामपुर जिले के वाड्रफनगर ब्लॉक में दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। 10 वर्षीय मासूम का...

‘सरकारी आवास से बेड, बेसिन, AC और टोंटी उखाड़ ले गए तेजस्वी’, BJP के आरोपों पर बिहार में घमासान

नई दिल्ली. बिहार में अब डिप्टी सीएम के सरकारी बंगले को लेकर सियासत गरमा गई है. बीजेपी ने आरोप लगाया...

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” सिनेमा एंड बियांड और नुक्कड़ कैफे द्वारा आयोजित “भारतीय सिनेमा में महिला लेखिकाओं एंव निर्देशकों का योगदान – एम.एल. नत्थानी कवि,लेखक, शिक्षाविद, भारतीय सिनेमा के लगभग 100 साल के इतिहास में महिला लेखिकाओं और निर्देशकों ने अपने कल्पनाशील विचारों एंव आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही यथार्थवादी धरातल पर पुरुष पात्रों के ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” को सिनेमा के सुनहरे पर्दे पर लगभग प्रत्येक दशक में अपनी अंतर्दृष्टि से रेखांकित किया है । अतीत से वर्तमान कालखंड में अनेक महिला फिल्मकारों ने सिनेमाई रुपहले पर्दे पर पुरानी सोच के रुढ़िवादी पुरुष पात्रों को नए परिवेश में आधुनिक दृष्टिकोंण के साथ ही मानवीय मूल्यों के प्रति संवेदनशील, बुद्धिमान होने के साथ ही अनंत गहराईयों को शिद्दत के साथ जिंदगी को जिन्दादिली के साथ जीने के लिए प्रतिबद्ध है । यह सिनेमाई पर्दे पर महिला फिल्मकारों की नई सोच और सृजन के अद्भुत हस्ताक्षर हैं । भारतीय सिनेमा के शुरूआती कालखंड में महिला फिल्मकारों में साहसी एंव प्रतिभावान फातिमा बेगम और देविका रानी उल्लेखनीय नाम हैं । समय के साथ महिला फिल्मकारों की भूमिका का चित्रण भी निरंतर बदलता रहा है । वस्तुतः सिनेमा के माध्यम से समाज में तेजी से बदलते जीवन मूल्यों को ” पुरुष पात्रों ” को महिला फिल्मकारों ने अपने आधुनिक नजरिए एंव पैनी अंतर्दृष्टि से विवधता के नए आयाम स्थापित किए हैं । महिला फिल्मकारों के सृजनशील सशक्त हस्ताक्षर :- ************************ 1 फातिमा बेगम – बुलबुल ए परिसतान 2 देविका रानी – कर्मा 3 नंदिता दास – फिराक 4 दीपा मेहता – फायर 5 अरुणा राजे – रिहाई 6 कल्पना लाजमी – रूदाली 7 अर्पणा सेन – मिस्टर एंड मिसेज अय्यर 8 मीरा नायर – मानसून वेडिंग 9 गुरविंदर चड्डा – बेंड इट लाइक बेकहम 10 अनुशा रिजवी – पीपली लाईव 11 किरण राव – धोबी घाट 12 भावना तलवार – धरम 13 रीमा कागती – तलाश 14 रेवती – मित्र माई फ्रेंड 15 मेघना गुलजार – तलवार, राजी,छपाक 16 गोरी शिंदे – इंग्लिश विंगलिश 17 जोया अख्तर – लक बाय चांस, जिंदगी ना मिलेगी दोबारा,दिल धड़कने दो 18 फराह खान – ओम शांति ओम, मैं हूं ना 19 कोंकणा सेन शर्मा – अ डेथ इन द गंज 20 लीना यादव – दि एंड निष्कर्ष :- इस तरह से भारतीय सिनेमा का इतिहास महिला फिल्मकारों के सृजनशील और सशक्तिकरण के नित नई सोच और आधुनिक दृष्टिकोंण का बदलता हुआ प्रतिबिंब है । आज महिला फिल्मकारों ने ग्लोबल स्तर पर अच्छे कंटेंट राईटर के कारण सिनेमा और ओटीटी प्लेटफार्म पर भी इस डिजिटल युग में वैश्विक पहचान बनाई है । भारतीय सिनेमा में अब पुरुषों को लेकर नए दृष्टिकोंण और वैश्विक स्तर के कंटेंट राईटर निरंतर सक्रियता के साथ महिला फिल्मकारों ने समाज में क्रांतिकारी बदलाव लाने में आधुनिक तकनीक और विज्ञान के साथ ही नए ” संवेदनशील और साहसी पुरुषत्व ” की सिनेमाई छबि को परिभाषित करने में कामयाब हुए हैं । सादर ।