सुरक्षा पर जागी पुलिस, स्कूलों में लगेंगे सीसीटीवी कैमरे

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रायपुर। गुरूग्राम के रेयान पब्लिक स्कूल में हुई घटना को लेकर सुप्रीमकोर्ट की सख्ती को देखते हुए स्कूलों की सुरक्षा को लेकर पुलिस जाग गई है। मंगलवार को राजधानी में पुलिस प्रशासन ने स्कूल संचालकों व शिक्षकों की कार्यशाला आयोजित की। न्यू सर्किट हाउस सभागार में हुई इस कार्यशाला में आईजी प्रदीप गुप्ता ने कहा कि रेंज के हर स्कूल में अब सुरक्षा को गाइड लाइन बनानी अनिवार्य होगी। स्कूल संचालक का दायित्व होगा कि वह अपने यहां चिन्हित स्थानों पर सीसीटीवी कैमरे लगवाए। स्कूल गेट के आसपास यदि शराब की बिक्री हो रही है तो आबकारी विभाग से बातचीत कर उसकी बिक्री बंद कराई जाए और वह दुकान किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट कराई जाए। संबंधित थानेदार का दायित्व होगा कि वह स्कूल स्टाफ का अनिवार्य रूप से सत्यापन करे। स्कूल वाहनों पर पैनी नजर रखी जाए।

आईजी ने कहा कि कई स्कूलों में सुरक्षा को लेकर लचर इंतजाम कभी भी खतरा पैदा कर सकते हैं। जिस तरह से गुरूग्राम के रेयान स्कूल में छात्र के साथ हिंसक वारदात हुई है, यदि सतर्कता न बरती गई तो यहां भी हालात बन सकते हैं। अक्सर देखने में आया है कि स्कूलों में होने वाले अपराध वहीं के कर्मचारी करते हैं। जरूरी है प्रबंधन इस पर ध्यान दे।जिला शिक्षा अधिकारी एएन बंजारा ने कहा, बच्चों का नियमित रूप से काउंसिलिंग हो। उनके हाव-भाव से खतरे का अंदाजा लगाया जा सकता है। चेहरे पर किसी तरह के तनाव से ही हालात समझने की कोशिश होनी चाहिए। इससे पूर्व स्कूलों में सुरक्षा को लेकर शिक्षकों व प्रबंधकों ने अपने-अपने तर्क रखे। उन्होंने कई बार पालकों की वजह से परेशानी होने और दूसरे साधनों की कमी से खतरा बढ़ना बताया। उन्होंने कहा कि कई स्कूलों के बाहर शराब की दुकानों से भी दिक्कत होती हैं, इसलिए शराब की दुकान बंद होनी चाहिए।निजी स्कूल के निदेशक आशुतोष त्रिपाठी ने, स्कूल स्टाफ के सत्यापन में पुलिस की लचर व्यवस्था दूर करने का सुझाव दिया। शिक्षक रघुनाथ मुखर्जी ने तर्क दिया, छोटे बच्चों को घर ले जाते समय पालकों को ही सुपुर्द करें। अगर वे रास्ते में नहीं मिले, वापस स्कूल ले आएं। इस तरह की जवाबदारी तय करने से थोड़ी परेशानी होगी, लेकिन इससे सुरक्षा को बढ़ावा मिलेगा।
एसपी एआर कोर्राम, एएसपी विजय अग्रवाल के साथ चाइल्ड वेलफेयर अफसर नेहा परविन ने भी सुरक्षा व्यवस्था बनाने कई बिंदुओं पर जानकारी दी। 5 सौ से ज्यादा स्कूल के प्रतिनिधि शामिल हुए।

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